28 लाख की लागत से बनाया गया था आदर्श तालाब,जिम्मेदारो की लापरवाही से तालाब बना नरक
कौशाम्बी। सिराथू विकास खण्ड के सांसद आदर्श ग्राम शमसाबाद स्थित आदर्श तालाब अडेहरा जिम्मेदारो की अनदेखी के चलते कूडा डम्पिंग के साथ नाले का गंदा पानी एकत्र होने से भंयकर बदबू उठ रही है,जिससे मुहल्लें के लोग जहां आये दिन बीमार रहते है,वही सक्रमित बीमारी की आंशका से मुहल्ले के लोगो में आक्रोश व्याप्त है। गौरतलब हो कि वर्ष 2006 व वर्ष 2008 में इस आदर्श तालाब के निर्माण के लिये मनरेगा योजना से करीब 28 लाख रूपये खर्च किये गये थे। जिसमें जानवरो के उतरने व चढने के लिये स्लैंब,लोगो के नहाने के लिये सीढिया व 50 मीटर का एक सुन्दर चबूतरा बनाया गया था। वर्तमान में अडेहरा तालाब की हालत बद से बदतर हो गई है,तालाब में व्याप्त गंदगी व बदबू से जहां मुहल्ले के लोग परेशान है,वही लोगो में सक्रमित बीमारी फैलने की आशंका से जिम्मेदारो के प्रति आक्रोश भी व्याप्त है। मुहल्लें के जितेन्द्र कुमार,लाला कसेरा,उमाशंकर,हरिशरण ओझा,शिवदत्त ओझा आदि ने बताया कि आज से दो दशक पहले इस तालाब में गांव की महिलाये,पुरूष,बच्चें कपडे घोते व नहाते थे,लेकिन इधर करीब एक दशक से गांव के जिम्मेंदार की मनमानी के चलते तालाब को कूडा घर बना दिया गया। ग्रामीणो ने जिलाधिकारी सुजीत कुमार से अडेहरा आदर्श तालाब की जांच कराकर कार्रवाई की मांग किया है।
गांव के सफाई कर्मी तालाब में फेकते है,कचरा
शमसाबाद ग्राम पंचायत में तैनात सफाईकर्मी ग्राम पंचायत के जिम्मेदारो की शह पर अडेहरा तालाब को जहां कूडा फेक-फेक कर गंदगी से पाट दिया है,वही नाले का दूषित पानी तालाब में गिरने से बदबू से लोगो की जीना मुहाल हो रहा है। ग्रामीण जब सफाई कर्मियो से तालाब में कूडा फेकने से मना करते है,तो सफाई कर्मी कहते है कि हमे जहां कूडा फेकने का आदेश मिला है,हम वही कूडा फेकेगे जहा शिकायत करना है करो।
बिना एसडीएम के परमीशन,आदर्श तालाब में प्रतिबंधित मछली का हो रहा पालन
शमसाबाद के अडेहरा आदर्श तालाब में गंदगी आलम इस कदर व्याप्त हो गया है कि ग्राम के जिम्मेंदार ने इस तालाब में एसडीएम व तहसीलदार से परमीशन लिए बगैंर एक बाहरी व्यक्ति को मौखिक रूप से पट्टा दे रखा है,उक्त बाहरी व्यक्ति के द्वारा आदर्श तालाब में प्रतिबंधित मछली मागुर का पालन किया जा रहा है,जिससे तालाब से हवा चलने पर बदबू का भयकर झोका निकलता है, जिससे लोगो को सांस लेना दूभर हो जाता है।