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मड़ावरा तहसील में रजिस्ट्री बैनामा की अब तक नहीं सुविधा, किसान हो रहे परेशान

Wednesday, September 14, 2022

/ by Today Warta



राशन कार्ड आय जाति प्रमाण पत्र धारा 151 तथा 107/116 की जमानत आदि काम मड़ावरा तहसील से ही निपट जाता है 

जमीन के बैनामा रजिस्ट्री आदि के लिए क्षेत्रीय लोगों को अभी भी महरौनी तहसील मुख्यालय जाना पड़ रहा है।

ललितपुर। मड़ावरा तहसील मुख्यालय बने हुए लगभग 7 वर्ष का समय होने जा रहा है। पूर्ववर्ती सपा शासनकाल में वर्ष 2015 में मड़ावरा को नई तहसील का दर्जा मिला था। स्वास्थ्य विभाग के पूर्व मेटरनिटी को तहसील कार्यालय बनाया गया। तब से उसी भवन में तहसील का कामकाज संचालित हो रहा है। इससे क्षेत्र वासियों को कुछ लाभ जरूर हुआ है। राशन कार्ड, आय, जाति प्रमाण पत्र, धारा 151 तथा 107/116 की जमानत आदि काम तहसील से ही निपट जाता है लेकिन जमीन के बैनामा रजिस्ट्री आदि के लिए क्षेत्रीय लोगों को अभी भी महरौनी तहसील कार्यालय जाना पड़ रहा है। पहले छोटे-छोटे काम के लिए महरौनी एवं जिला मुख्यालय के चक्कर लगाने पड़ते थे। जिससे समय के साथ साथ पैसा भी अधिक खर्च होता लेकिन अभी भी समुचित लाभ से क्षेत्रवासी वंचित हैं। जमीनों की रजिस्ट्री बैनामा आदि के लिए अभी भी महरौनी तहसील जाना पड़ता है जिसमें पूरा दिन बर्बाद होता है। तहसील का दर्जा तो मिल गया लेकिन अभी रजिस्ट्री कार्यालय की दरकार है। जिससे सारी सहूलियत तहसील मुख्यालय पर ही मिल जाएगी। अभी तक जनप्रतिनिधियों ने इस समस्या पर कोई गौर नहीं किया है। जनप्रतिनिधियों की अनदेखी के चलते अभी तक तहसील मुख्यालय को अपना स्वयं का भवन भी नसीब नहीं हुआ है क्योकि करीब 7 वर्ष बीत जाने के बाद भी ठेकेदार द्वारा तहसील को पूर्ण नही किया गया, ठेकेदार द्वारा अभी तक सिर्फ तहसील के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए रहने के लिय जो कॉलोनी बननी थी उसको ही हैण्डओवर किया है।

इनका कहना

मड़ावरा तहसील क्षेत्र के निवासी रवि यादव ने बताया कि तहसील का दर्जा मिले हुए सात वर्ष का समय होने जा रहा है। जब तहसील बन गई तो रजिस्ट्री बैनामा आदि की सुविधा भी मिलनी चाहिए। मजबूत सिंह ने बताया है कि तहसील मुख्यालय बनने से क्षेत्र वासियों को सुविधाएं तो हुई हैं। राशनकार्ड प्रमाणपत्र आदि के काम तहसील मुख्यालय से ही हो जाते हैं।  पहले छोटे कार्यो के लिए भी महरौनी या जिला मुख्यालय जाना पड़ता था।अजीज मोहम्मद ने बताया कि जमीन की रजिस्ट्री बैनामा आदि की सुविधाएं भी तहसील मुख्यालय पर होना चाहिए।  जिससे लोगों को पूरी सहूलियत हो जाएगी। देवेन्द्र कुमार कुशवाहा भड़ौला ने बताया कि तहसील मुख्यालय पर अभी भी पूरी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं। रजिस्ट्री कार्यालय की आवश्यकता है। बैनामा आदि लिखने के लिए कातिब बैठना चाहिए। जिससे जमीन के सारे कार्य तहसील मुख्यालय पर ही निपट जाए।

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