जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान मंझनपुर में तीन दिवसीय असर सर्वेक्षण 2022 हेतु डीएलएड के प्रशिक्षुओं का प्रशिक्षण डायट प्राचार्य/ उप शिक्षा निदेशक अनिल कुमार जी के मार्गदर्शन में इस सर्वेक्षण की उपयोगिता और समाज तथा शिक्षण विभाग पर पड़ने वाले असर पर व्यापक चर्चा की गई इसके माध्यम से यह पता लगाने का प्रयास किया जाना है कि जनपद के विद्यालयों में "बच्चे स्कूल जाते है लेकिन कितना सीख रहे हैं" यह सर्वेक्षण जनपद में चयनित गांवो में किया जाएगा इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के 3 वर्ष से 16 वर्ष के बच्चों की स्कूली शिक्षा की स्थिति और 5 से 16 वर्ष के बच्चों की बुनियादी शिक्षा गणित हिंदी भाषा एवं अंग्रेजी भाषा की स्थिति का पता लगाना है, इसमें 30 चयनित गांव में डी.एल.एड. प्रशिक्षु द्वारा गांव की स्थिति व सरकारी विद्यालय की स्थिति एवं परिवारों का विवरण संग्रहित करेंगे कोविड महामारी के पश्चात असर द्वारा यह प्रथम सर्वेक्षण कराया जा रहा है इस सर्वेक्षण का कार्य 18 और 19 सितंबर को किया जाना है सर्वेक्षण के सत्रों का संचालन दिनेश कुमार एवं आलोक कुमार प्रथम संस्था द्वारा किया गया प्रशिक्षण में डायट प्रवक्ता कौशलेंद्र मिश्र, नीतीश कुमार तथा अन्य प्रवक्ता और डायट प्रशिक्षु सत्येंद्र सिंह, पंकज सिंह, अमन सिंह, सुधीर सिंह एवं अन्य प्रशिक्षु उपस्थित रहे तथा डायट प्रवक्ता डॉक्टर संदीप तिवारी जी के द्वारा ग्राम सर्वेक्षण पुस्तिका वितरित कर एवं असर सर्वे 2022 हेतु शपथ दिलाकर असर सर्वे का समापन किया गया।