ललितपुर। श्रीनृसिंह रामलीला समिति तालाबपुरा ललितपुर के तत्वाधान में आयोजित रामलीला के पांचवे दिवस में श्रीराम लक्ष्मण व जानकीजी को बनवास वन गमन का मंचन हुआ। यह देख दर्शक भाव विभोर हो गए। श्री गणेश पूजन आरती एवं कोरस गीतों के साथ पांचवें दिन की रामलीला आरंभ हुई रामलीला के प्रथम दृश्य में राजा दशरथ ने कहा कि अब में वृद्ध हो चुका हूं और में युवराज राम को शासन का भार सौंपना चाहता हूं। राजा की इच्छा अनुसार भगवान राम के अभिषेक की तैयारियां होने लगी तभी दासी मंथरा ने कैकयी के कान भर दिए, जिस पर कैकयी ने राजा दशरथ से अपने पुत्र भरत को राजगद्दी एवं राम को 14 वर्ष के लिए वनवास मांगा। रामलीला के दौरान मुख्य संरक्षक भगवत नारायण अग्रवाल एड., अध्यक्ष नरेंद्र कड़की, कोषाध्यक्ष अखिलेश पाठक, महामंत्री प्रभाकर शर्मा एड., उप मुख्य संरक्षक पवन कुमार जयसवाल एड., गोविंद नारायण सक्सेना, सुनील शर्मा, गीतादेवी यादव पार्षद, शिवानी पाठक पार्षद, पप्पू राजा रोड़ा, रमेश यादव ठेकेदार, सरदार हरजीत सिंह, राजू सिंधी, असलम कुरैशी, संतोष कुमार जैन, अनुपम कुमार जैन, उपाध्यक्ष संतोष साहू, संजय डयोडिया, गजेंद्र सिंह बुंदेला, पुष्पेंद्र राजपूत, मंत्री पन्नालाल साहू, गिरीश पाठक, चंद्रशेखर राठौर, रवि तिवारी, प्रदीप शर्मा, रामगोपाल नामदेव, कन्हैया लाल नामदेव, जगदीश पाठक, कृष्णकांत तिवारी, पात्र कृष्ण बिहारी मिश्रा, आसाराम सेन, देवी कुशवाहा, मर्दनसिंह यादव, आशीष तिवारी, मनीष पाठक, कलाकार भगवान गणेश की भूमिका में कमलेश पाठक, राम रूद्र प्रताप सिंह, लक्ष्मण वेदांश चौबे, दशरथ जगदीश प्रसाद सुडेले, सीता कृष्ण प्रताप, कैकयी त्रिवेणी राजा, सुमित्रा मनीषा, कौशल्या रोहित, सुमंत शिवशंकर सुडेले, वशिष्ठ पवन सुडेले, मंथरा कृष्णकांत तिवारी, मीडिया प्रभारी अमित लखेरा, पंकज रायकवार आदि मौजूद रहे।