ललितपुर। काफी समय से निरंतर प्रधानाध्यापक पद की विभागीय जिम्मेदारी का निर्वहन करने वाले प्रभारी प्रधानाध्यापकों को उनके कार्य के अनुरूप प्रधानाध्यापक पद का वेतनमान दिए जाने को लेकर यूटा ने एक ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा है। ज्ञापन में बताया कि जनपद में सैकड़ों की संख्या में ऐसे शिक्षक हैं जिनकी मूल पदस्थापना सहायक अध्यापक के पद पर प्राथमिक अथवा पूर्व माध्यमिक विद्यालय में है, लेकिन विभाग द्वारा उनसे विद्यालय के प्रधानाध्यापक का कार्य लिया जा रहा है। वे शिक्षक लंबे समय से निरंतर इंचार्ज प्रधानाध्यापक की हैसियत से सम्बन्धित विद्यालय में प्रधानाध्यापक के दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं तथा पूर्ण जिम्मेदारी के साथ प्रधानाध्यापक पद के विभागीय कार्यों का निस्तारण कर रहे हैं। उनको उनके कार्य करने के अनुरूप वेतन न देते हुए सहायक अध्यापक पद का वेतनमान दिया जा रहा है। उक्त समस्या से प्रभावित शिक्षकों ने अपने प्रार्थनापत्र आपको संबोधित तथा संगठन को पृष्ठांकित किये हैं। यूटा ने मुख्यमंत्री से जनपद के खण्ड शिक्षा अधिकारियों से ऐसे अध्यापकों की सूची प्राप्त कर उन्हें उनके कार्य के अनुरूप प्रधानाध्यापक पद का वेतनमान देने की मांग उठायी। इस दौरान संयोजक सतीश रठानिया, जिलाध्यक्ष अनिल राठौर, महामंत्री प्रमोद तिवारी, कोषाध्यक्ष अंशु नामदेव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र कुमार, उपाध्यक्ष दिनेश कुमार, संगठन मंत्री उमेश निरंजन, संगठन मंत्री सीमा चौधरी, ब्लाक अध्यक्ष राजेंद्र कुमार, उपाध्यक्ष गीता साहू, उपमंत्री जीवन ज्योति, दीपा कुमारी, संयुक्त मंत्री अंकुर गौतम, मीडिया प्रभारी अनिल मिश्रा, सोशल मीडिया प्रभारी नीतू सिंह परमार, ऑडिटर मेघना गोस्वामी, राजेंद्र कुमार लेखाकार, राजेंद्र सिंह, भीम कुमार आदि उपस्थित रहे।