बोले- कांग्रेस की विचारधारा को बचाने के लिए लड़ रहा हूँ चुनाव
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए खड़गे और शशि थरूर हैं प्रत्याशी
लखनऊ। कांग्रेस अध्यक्ष पद के प्रत्याशी राज्यसभा सदस्य मल्लिकार्जुन खड़गे चुनाव में वोट के लिए पीसीसी डेलीगेट्स से मिलने मंगलवार को राजधानी लखनऊ आए। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस मुख्यालय पर प्रेसवार्ता भी की। उनके साथ कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ पंत एवं राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी भी मौजूद रहे।
प्रेस वार्ता में गौरव वल्लभ ने श्री खड़गे के राजनीतिक जीवन का परिचय कराया। इसके बाद, खड़गे ने अपने सम्बोधन में कहा कि कांग्रेस की मजबूती और कांग्रेस की विचारधारा को बचाने के लिए मैंने चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। कांग्रेस में हो रहे संगठनात्क चुनाव और राहुल गांधी द्वारा की जा रही भारत जोड़ो यात्रा पर भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस तमाम सवाल खड़े कर रही है जिसका लोकतंत्र में विश्वास नहीं है और जो अंग्रेजों की फूट डालो शासन करो की नीति पर विश्वास करते हैं। देश की आजादी कांग्रेस ने दिलाई। भारतीय जनता पार्टी या संघ का कोई भी कार्यकर्ता देश की आजादी के लिए ना ही जेल गया और न ही फांसी पर लटका बल्कि इनके कार्यकर्ता अंग्रेजों के सहयोगी रहे और बदले में अंग्रेजों द्वारा पेंशन उठाते रहे।
श्री खड़गे ने कहा कि पूरे देश में मैं अपनी पार्टी के 9000 से ज्यादा डेलीगेट्स से मिलकर अपने लिए समर्थन मांग रहा हूं। मैंने उदयपुर चिन्तन शिविर की जो घोषणायें हैं उसी को अपना घोषणापत्र बनाया है कि 50 प्रतिशत पद 50 वर्ष की नीचे की आयु के लोगों को दिये जायेंगे और अन्य जो भी घोषणायें हैं उन्हें मैं लागू करूंगा। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस के लिए उत्तर प्रदेश बहुत अहम प्रदेश है। प्रियंका गांधी वाड्रा के प्रभारी बनने के बाद उत्तर प्रदेश में लोगों का कांग्रेस के प्रति रूझान बढ़ा है।
इस अवसर पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रवक्ता गौरव वल्लभ पंत ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष पद का चुनाव आंतरिक लोकतंत्र का एक अनूठा उदाहरण है। मल्लिकाअर्जुन खड़गे के बारे में उन्होंने कहा कि खड़गे साहब के 55 वर्षाे के राजनैतिक जीवन में 51 साल तक वह संवैधानिक पदों पर रहे। संगठन में भी श्री खड़गे ब्लाक अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष से लेकर अब भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष बनने जा रहे हैं, यह विश्व में अपने आप में इकलौती मिसाल है।