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एक ही सपना – विशाल मेगा मार्ट में सिक्योरिटी गार्ड बनना है": सोशल मीडिया पर वायरल हुआ अनोखा ट्रेंड

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Sunday, May 18, 2025

 


सोशल मीडिया की दुनिया में हर दिन कुछ नया वायरल होता है, लेकिन इस बार एक ऐसा वीडियो और ट्रेंड वायरल हो गया है, जिसने न सिर्फ लोगों को हँसाया, बल्कि सोचने पर भी मजबूर कर दिया है। वायरल वीडियो में एक युवक बड़े गर्व से कहता है – "एक ही सपना है – विशाल मेगा मार्ट में सिक्योरिटी गार्ड बनना है।" यह लाइन इंटरनेट पर आग की तरह फैल गई और देखते ही देखते एक जबरदस्त मीम ट्रेंड बन गया।

इस ट्रेंड की शुरुआत एक साधारण वीडियो से हुई थी, जिसमें एक युवा लड़का अपने जीवन का लक्ष्य बताता है – विशाल मेगा मार्ट में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी पाना। इस सरल लेकिन मजेदार बयान को लोगों ने मीम्स और सटायर के ज़रिए इतना वायरल कर दिया कि यह देशभर के युवाओं की चर्चा का विषय बन गया।

सोशल मीडिया पर बाढ़

ट्विटर (अब X), इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर इस ट्रेंड से जुड़े हज़ारों मीम्स शेयर किए जा रहे हैं। कई यूज़र्स ने तो इसे UPSC, JEE और NEET जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के स्तर की नौकरी बता डाला। कुछ ने लिखा – "सपने बड़े रखो, जैसे – विशाल मेगा मार्ट का सिक्योरिटी गार्ड बनना।" वहीं कुछ रचनात्मक यूज़र्स ने कोचिंग क्लासेस, मॉक इंटरव्यू और टॉपर की स्ट्रेटेजी जैसे मजाकिया वीडियो बना डाले।

मजाक में छुपा समाज का सच

जहाँ एक ओर यह ट्रेंड देखने में बेहद मजेदार है, वहीं दूसरी ओर यह हमारे समाज की बेरोज़गारी और नौकरी की किल्लत पर व्यंग्य भी है। भारत के छोटे शहरों में आज भी ऐसी नौकरियां – जैसे कि मॉल में सिक्योरिटी गार्ड – स्थायित्व और सम्मान का प्रतीक मानी जाती हैं। यह मीम ट्रेंड उन युवाओं की वास्तविकता को उजागर करता है जो सीमित अवसरों के बीच भी किसी नौकरी के लिए अपना सब कुछ झोंक देते हैं।

ब्रांड को मिली फ्री पब्लिसिटी

विशाल मेगा मार्ट की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन इतना तय है कि इस ट्रेंड से ब्रांड को जबरदस्त प्रचार मिल रहा है। लोग मजाक में सही, लेकिन विशाल मेगा मार्ट का नाम अब हर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर गूंज रहा है।

निष्कर्ष

यह ट्रेंड हमें यह भी याद दिलाता है कि इंटरनेट की दुनिया में कुछ भी वायरल हो सकता है – चाहे वह किसी गंभीर मुद्दे पर हो या फिर एक सिंपल सपने पर। "एक ही सपना" आज का मजाक है, कल शायद किसी के लिए प्रेरणा बन जाए।

विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से लिया संन्यास — 14 साल के सुनहरे सफर का अंत

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Thursday, May 15, 2025

भारत के दिग्गज बल्लेबाज और सबसे सफल टेस्ट कप्तानों में से एक विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का एलान कर दिया है। इस खबर ने करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों को भावुक कर दिया है।


कोहली ने सोशल मीडिया पर अपने बयान में लिखा

"टेस्ट क्रिकेट हमेशा मेरे दिल के सबसे करीब रहा है। भारत के लिए सफेद जर्सी पहनकर खेलना मेरे लिए गर्व की बात थी। अब समय आ गया है कि मैं टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहूं और युवाओं को आगे आने दूं।"

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विराट कोहली का टेस्ट करियर (2011-2025):


आंकड़े प्रदर्शन


कुल टेस्ट मैच - 123

कुल रन - 9,230

शतक - 30

अर्धशतक - 31

सबसे बड़ा स्कोर 254* नाबाद

कप्तान के रूप में जीत 68 मैचों में 40 जीत



कोहली ने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू किया था। उनकी अगुवाई में भारत ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीती, जो भारतीय क्रिकेट के इतिहास का स्वर्णिम पल था। उन्होंने भारत को नंबर 1 टेस्ट टीम भी बनाया।

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रिटायरमेंट के कारण:


1. शारीरिक थकान और उम्र का असर — लंबे समय से खेलते हुए शरीर पर दबाव बढ़ा है।

2. निजी जीवन को प्राथमिकता — परिवार और खुद के लिए समय निकालना चाहते हैं।

3. नए खिलाड़ियों के लिए जगह बनाना — कोहली मानते हैं कि अब युवा खिलाड़ियों को आगे लाना जरूरी है।

4. सम्मानजनक विदाई लेना चाहते थे — उन्होंने अपने करियर को संतुष्टि के साथ खत्म करने का फैसला लिया।

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क्या विराट बाकी क्रिकेट खेलेंगे?


विराट ने अभी सिर्फ टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट लिया है।

वे अभी भी वनडे और टी-20 फॉर्मेट में खेलना जारी रखेंगे।

2025 में होने वाली ICC चैंपियंस ट्रॉफी में उनके खेलने की पूरी संभावना है।

इसके अलावा वे IPL में भी खेलते रहेंगे।

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रिटायरमेंट के बाद क्या करेंगे विराट?


कोहली अब अपने फिटनेस ब्रांड और वेलनेस प्रोजेक्ट्स पर फोकस कर सकते हैं।

वे आने वाले समय में मेंटोर, कोच या क्रिकेट एडमिनिस्ट्रेशन में भी भूमिका निभा सकते हैं।

हाल ही में वे धार्मिक यात्रा पर वृंदावन भी गए थे, जिससे ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि वे अपने आध्यात्मिक जीवन को भी समय देना चाहते हैं।

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एक युग का अंत


विराट कोहली सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा रहे हैं। उनकी आक्रामकता, फिटनेस, मेहनत और कप्तानी में जोश ने भारतीय क्रिकेट को एक नई पहचान दी। कोहली का टेस्ट करियर खत्म हुआ है, लेकिन उनके योगदान को क्रिकेट प्रेमी कभी नहीं भूल पाएंगे।



आईआईएमसी एलुमनी मीट कनेक्शन्स लखनऊ में संपन्न

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Monday, April 15, 2024

 


लखनऊ.आईआईएमसी एलुम्नाई एसोसिएशन के उत्तर प्रदेश चैप्टर ने शनिवार की शाम सालाना जलसा कनेक्शन्स लखनऊ का आयोजन किया। कार्यक्रम में भारतीय जनसंचार संस्थान से पढ़ाई के बाद पूरे यूपी में अलग-अलग क्षेत्रों में सेवा दे रहे लोगों ने अपने अनुभव साझा किए।कर्यक्रम में इमका कनेक्शन्स 2024 की स्मारिका का विमोचन किया गया। समारोह में भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी के शिव कुमार त्रिपाठी को सम्मानित किया गया।चै प्टर के अध्यक्ष मणेंद्र मिश्रा ने बताया कि इस वर्ष यूपी चैप्टर को दिल्ली में आयोजित ग्लोबल मीट में कनेक्टिंग चैप्टर ऑफ द ईयर का अवार्ड मिला है। समारोह को एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष प्रसाद सान्याल, उपाध्यक्ष पूजा मिश्रा, आजीवन सदस्य प्रभाष झा, सायरा नईम, कमलेश राठौर, तरुण निशांत, पंचानन मिश्रा, प्रियंका सिंह, अर्चना सिंह, राशि लाल, रीतेश वर्मा समेत अन्य लोगों से संबोधित किया.

उत्तर प्रदेश में कोरोना से चार मरीजों की मौत, 462 नए मरीज मिले

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Sunday, April 30, 2023



लखनऊ। यूपी में कोरोना के कारण चार मरीजों की मौत हो गई है जबकि 462 नए मरीज पाए गए हैं। प्रदेश में सक्रिय मामलों की संख्या अब 2981 है।  उत्तर प्रदेश में शनिवार को कोरोना से चार मरीजों की मौत हो गई है। इनमें लखनऊ, सुल्तानपुर, मेरठ और आगरा के एक-एक मरीज शामिल हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि ये सभी मरीज विभिन्न बीमारियों की चपेट में थे।

संबंधित जिलों के सीएमओ से रिपोर्ट मांगी गई है। वहीं, प्रदेश में 462 नए मरीज मिले हैं। जबकि 716 मरीज ठीक हुए हैं। इससे एक्टिव केस की संख्या घटकर 2,981 हो गई है। नए मरीजों में लखनऊ में 59, गौतमबुद्धनगर में 80, गाजियाबाद में 50, गोरखपुर में 21, महराजगंज में 13, चंदौली में 12, वाराणसी, देवरिया व फतेहपुर में 10-10 मरीज मिले हैं। अन्य जिलों में 10 से कम मरीज मिले हैं।


भाजपा के झूठे वादों व धोखे से ऊब चुकी है जनता : अखिलेश

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लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जनता भाजपा के झूठे वादों से ऊब चुकी है। उन्होंने कहा कि नगर निकायों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और लूट के लिए भाजपा जिम्मेदार है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि प्रदेश की जनता भाजपा के झूठे वादों और धोखे से ऊब चुकी है। इस बार जनता नगर निगम चुनाव में भाजपा का सूपड़ा साफ कर देगी। नगरों में जन समस्याओं का अंबार है, न सफाई है और न जन सुविधाएं हैं। भाजपा झूठे वादे करती है। जारी बयान में सपा अध्यक्ष ने कहा कि नगर निकायों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और लूट के लिए भाजपा जिम्मेदार है। जनता भाजपा के खिलाफ मतदान का मन बना चुकी है। नगरीय क्षेत्रों में भाजपा सरकार ने व्यापारियों का जिस तरह से उत्पीड़न किया है, उससे पूरा व्यापारी समाज आहत है। व्यापारी इस बार भाजपा को नगर निगम से बाहर का रास्ता दिखाकर अपने अपमान का बदला लेगा। नगर निकाय चुनाव को लेकर भाजपा और उसके नेता असमंजस में हैं। मुख्यमंत्री जी को पता ही नहीं है कि नगर निकाय चुनाव में क्या मुद्दे होते हैं अथवा वे जनता को गुमराह करने के लिए ऐसे मुद्दों पर बात करते हैं, जिनका नगर निकाय चुनाव से कोई मतलब नहीं है।

पंजाब पहुंचे अखिलेश, प्रकाश सिंह को दी श्रद्धांजलि

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव शनिवार को पंजाब के बादल गांव पहुंचे। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के निधन पर पुष्पांजलि अर्पित कर शोक जताया। पूर्व मुख्यमंत्री के परिजनों से मुलाकात की। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल, पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह से कहा कि दुख की इस घड़ी में वह परिवार के साथ हैं। मीडिया से बातचीत करते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रकाश सिंह बादल को हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने ट्वीट भी किया कि बादल साहब के गांव में सब सूना लगा, उनके बिना...। भावभीनी श्रद्धांजलि। इस दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय लाठर, अनुसूचित मोर्चा के निवर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल भारती भी मौजूद रहे।

एसआईटी अशरफ के गुर्गों और जेल कर्मियों के खिलाफ जल्द दाखिल कर सकती है चार्जशीट

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Friday, April 28, 2023



बरेली। अशरफ मामले की जांच कर रही एसआईटी का दावा है कि चार मई तक चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी। सद्दाम की तलाश के लिए पार्ट बी में विवेचना जारी रहेगी। बरेली के थाना बिथरी चैनपुर में अशरफ, उसके साले सद्दाम, गुर्गे लल्ला गद्दी समेत जेल कर्मचारियों के खिलाफ सात मार्च को रिपोर्ट दर्ज की गई थी। बाद में असद समेत शूटरों के नाम भी इसमें जुड़ गए। अब विवेचना का आदर्श समय पूरा होने जा रहा है। एसआईटी का दावा है कि चार मई तक चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी। सद्दाम की तलाश के लिए पार्ट बी में विवेचना जारी रहेगी।

एसआईटी साक्ष्य जुटाने प्रयागराज गई है। वहां से टीम अशरफ, असद व अन्य की मौत से जुड़ी एफआइआर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट और संबंधित पुलिसकर्मियों व डॉक्टरों के बयान लेकर बरेली लौटेगी। इन्हें विवेचना में लगाकर अशरफ, असद, गुलाम, उस्मान आदि आरोपियों के नाम बतौर मृतक केस से खारिज किए जाएंगे।

सद्दाम के घर भी जा सकती है टीम

बिथरी चैनपुर थाने में दर्ज मुकदमे में जेल के दो आरक्षी, सद्दाम के दोस्त लल्ला गद्दी और उसके गुर्गों को जेल भेजा गया था। लल्ला गद्दी को पुलिस कस्टडी रिमांड पर भी लिया गया था, लेकिन पर्याप्त सबूत नहीं मिले थे। एसआईटी सद्दाम की तलाश में उसके घर पुरामुफ्ती भी जा सकती है। सद्दाम पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित हो चुका है। उसके न मिलने पर उसकी संपत्ति भी कुर्क की जाएगी।

एसपी सिटी राहुल भाटी ने बताया कि बिथरी थाने में दर्ज केस की विवेचना अंतिम चरण में है। सप्ताह भर में मृतकों के नाम केस से निकालकर जेल कर्मचारियों व अन्य आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी। सद्दाम की तलाश के लिए पार्ट बी में विवेचना जारी रहेगी। 

असद ने बोला मेरा मोबाइल कहीं छिपा देना: हिरासत में आतिन ने किया खुलासा

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Thursday, April 27, 2023



प्रयागराज। उमेश पाल हत्याकांड में लखनऊ से हिरासत में लिए गए आतिन जफर ने सनसनीखेज खुलासा किया है। आतिन ने बताया कि उमेश की हत्या के बाद उसे असद ने फोन किया था। कहा था कि मेरा मोबाइल कहीं छिपा देना।  उमेश पाल हत्याकांड में लखनऊ से हिरासत में लिए गए आतिन जफर ने अहम खुलासा किया है। बताया है कि उमेश की हत्या के बाद असद ने उसे फोन किया था। उसने अपना फोन छिपाने की बात कही थी। उसने असद का मोबाइल भी बरामद करवा दिया है। फिलहाल उससे पूछताछ जारी है। आतिन पर आरोप है कि उसने घटना वाले दिन असद के एटीएम कार्ड का इस्तेमाल लखनऊ में किया था। सूत्रों के मुताबिक, उसने असद के एटीएम से रुपये निकालने की बात कबूली है। 

साथ ही अन्य खुलासे भी किए हैं। बताया है कि प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या के बाद असद ने उसके पास फोन किया था। उसने अपना मोबाइल फोन छिपाने की बात कही थी। एटीएम कार्ड भी फेंकने को बोला था। हालांकि, तब उसने ज्यादा बात नहीं की थी और कहा था कि वह बाद में बात करेगा। आतिन ने यह भी बताया है कि असद ने किसी अज्ञात नंबर से फोन किया था। उसके बयान के बाद अब पुलिस इस बात का पता लगाने में जुटी है कि आखिर वह नंबर किसका था। क्या असद ने कोई नया नंबर लिया था या अपने किसी करीबी के नंबर से उसे फोन किया था। अगर यह किसी करीबी का नंबर है तो जाहिर है कि हत्याकांड में उसकी भी कोई न कोई भूमिका जरूर होगी। ऐसे में चिह्नित कर उससे भी पूछताछ की जाएगी। सूत्रों का यह भी कहना है कि आतिन खुद को निर्दोष भी बताता रहा। उसका कहना है कि असद ने उमेश पाल हत्याकांड के संबंध में उससे कुछ नहीं बताया। सिर्फ इतना कहा था कि वह जरूरी काम से प्रयागराज जा रहा है, जल्द लौट आएगा। उमेश की हत्या के बाद फोन पर भी उसने कुछ नहीं बताया था। एटीएम कार्ड से रुपये निकालने की वजह पूछने पर उसने कहा कि उसे रुपयों की जरूरत थी। फिलहाल पुलिस उसकी भूमिका की तलाश में जुटी है। आतिन जो भी बयान दे लेकिन उमेश पाल हत्याकांड में उसकी भूमिका की जांच चल रही है। पुलिस अब उसके मोबाइल की कॉल डिटेल रिपोर्ट (सीडीआर) निकलवाने में जुटी है। सूत्रों का कहना है कि सीडीआर से यह साफ हो जाएगा कि उमेश पाल की हत्या से पहले आतिन किसके संपर्क में रहा।

आतिन मूल रूप से खुल्दाबाद का रहने वाला है। लेकिन वह पिछले कुछ सालों से लखनऊ में अतीक अहमद के बेटे असद के साथ रहने लगा था। आतिन माफिया के बेटे के साथ उसके महानगर स्थित फ्लैट में रहता था और उसकी परछाई बनकर उसके साथ चलता था। उसका पिता जफरउल्लाह देवरिया में मोहित जायसवाल अपहरण कांड में आरोपी है और वर्तमान में लखनऊ जेल में बंद है। दो दिन पहले एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें एक युवक को नंगा करके पीटा जा रहा था। कथित तौर पर पिटाई करने वाले दो युवक अतीक के गुर्गे और वीडियो बनाने वाला युवक असद बताया गया। यह भी कहा गया कि यह वीडियो असद के उसी मोबाइल से मिला, जो आतिन ने बरामद कराया था। सवाल यह है कि जब यह मोबाइल पुलिस के पास है तो इसका डाटा आखिर कैसे लीक हुआ। इसे लेकर भी तरह-तरह की चचार्एं हैं। इसलिए क्योंकि इसकी संभावना बेहद कम है कि आतिन ने खुद यह वीडियो लीक किया हो।

उत्तर प्रदेश अपनी विशेषता के साथ संभावनाओं के लिए भी जाना जाता: मुख्यमंत्री योगी

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Saturday, April 22, 2023



लखनऊ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को राज्य लोक सेवा आयोग के अध्यक्षों के दो दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने प्रदेश में बदले माहौल पर भर्तियों के लिए किए गए बदलाव पर चर्चा की।  उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश अपनी विशेषता के साथ संभावनाओं के लिए भी जाना जाता है। आज उत्तर प्रदेश माफिया के गठजोड़ नहीं बल्कि महोत्सव प्रदेश के रूप में जाना जाता है। जब पीएम मोदी ने देश का नेतृत्व संभाला तो यूपी में भी छटपटाहट हुई। छह साल में यहां भी बदलाव आया है। राज्य लोक सेवा आयोग के अध्यक्षों के दो दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पहले लोक सेवा आयोग, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, चयन बोर्ड, पुलिस भर्ती की परीक्षा में शिकायत और सैकड़ों केस थे। पुलिस विभाग में डेढ़ लाख पद खाली थे। भर्तियों में भाई-भतीजावाद और जातिवाद था। उन्होंने कहा कि यह सारा खेल सामाजिक न्याय का मुखौटा लगाकर किया जाता था। हमने भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया। इसमें भेदभाव के लिए कोई जगह नहीं है। अच्छे अधिकारी तैनात किए। छह साल में 1.64 लाख पुलिसकर्मियों की भर्ती की जिसमें सभी 75 जिलों को प्रतिनिधित्व मिला है। प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरे देश के लिए नजीर बनी है। आज प्रदेश में कोई दंगा नहीं होता है। आज ईद है। ईद की नमाज सड़क पर नहीं ईदगाह में पढ़ी जा रही है। कानून का राज सबके लिए समान है।

भारत में कोरोना के 24 घंटे में आए 11692 केस, 28 संक्रमितों की जान गई

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Friday, April 21, 2023



नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि देश में शुक्रवार सुबह तक कोरोना के सक्रिय मामले 66 हजार 170 तक पहुंच गए हैं। यानी इतने लोग संक्रमित होने के बाद या तो अस्पताल में या घर पर अपना इलाज करा रहे हैं। भारत में लगातार दो दिन नए मामलों में बढ़ोतरी देखी गई थी। हालांकि आज सात फीसदी की कमी दर्ज की गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 11 हजार से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि गुरुवार को यह संख्या 12 हजार से अधिक थी। वहीं सक्रिय मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है।  केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि देश में शुक्रवार सुबह तक कोरोना के सक्रिय मामले 66 हजार 170 तक पहुंच गए हैं। यानी इतने लोग संक्रमित होने के बाद या तो अस्पताल में भर्ती हैं या घर पर ही अपना इलाज करा रहे हैं।

कल हुई थीं सबसे ज्यादा मौतें

सरकारी आंकड़ों में कहा गया है कि 24 घंटे में 11,692 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद कोरोना मामले की संख्या 4.48 करोड़ दर्ज की गई। आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को 28 मौतें हुईं। इससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 5,31,258 हो गई है। बता दें, सबसे ज्यादा कोरोना केरल को प्रभावित कर रहा है। केरल में नौ मौतें हुई हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में सात महीने में सबसे ज्यादा मौतें (40) गुरुवार को हुई थीं। वहीं, बीमारी से ठीक होने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। 4,42,72,256 लोगों ने कोरोना महामारी से जंग जीत ली है। वहीं, मृत्यु दर 1.18 प्रतिशत, जबकि रिकवरी दर 98.67 प्रतिशत दर्ज की गई। मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत देश में अब तक कोविड टीके की 220.66 करोड़ खुराकें दी जा चुकी हैं।

स्थिती नियंत्रण में दिल्ली में भी कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से उछाल हो रहा है। दिल्ली में भी रोजाना एक हजार से ज्यादा नए केस दर्ज किए जा रहे हैं। दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद समेत एनसीआर के अन्य इलाकों में भी कोरोना के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। हालांकि एक्सपर्ट का कहना है कि देश में कोरोना के नए मरीजों की संख्या में भले ही इजाफा हो रहा हो, लेकिन स्थिति अभी कंट्रोल में है। बस लोगों को कोरोना से सतर्क रहने की जरूरत है। पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में कोरोना की वजह से हो रही मौत में से कुछ की मौत की प्राइमरी वजह कोरोना बताया जा रहा है। हालांकि, इसके बाद भी एक्सपर्ट का कहना है कि यह बहुत रेयर है। हेल्दी इंसान में इस बार कोरोना खतरनाक नहीं हो रहा है।

मुख्तार की पत्नी अफशां पर 50 हजार का इनाम घोषित

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बांदा। मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी को पुलिस लंबे समय से तलाश रही है। इसके चलते पुलिस ने इनाम बढ़ाकर 50 हजार कर दिया है। वहीं, पत्नी पर इनाम घोषित होने पर मुख्तार परेशान हो गया है। बाहुबली मुख्तार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मुख्तार की पत्नी अफशां पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया है। इसके बाद से यहां पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बुधवार की रात डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल व एसपी अभिनंदन ने भारी पुलिस बल के साथ जेल का औचक निरीक्षण किया। एक-एक बैरक और बंदी की तलाशी ली। मुख्तार की बैरक मुख्य निशाने पर रही। गैंगस्टर एक्ट में फरार मुख्तार की पत्नी पर घोषित इनाम 25 हजार से बढ़ाकर 50 हजार कर दिया है। अफशां की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। इससे मुख्तार खासा विचलित है। इसके मद्देनजर मुख्तार की बैरक की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सीसीटीवी कैमरों के जरिए पल-पल की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। बुधवार की रात जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल व एसपी अभिनंदन भारी पुलिस बल के साथ जेल पहुंचे और एक-एक बैरक व बंदियों की तलाशी ली। बंदियों का सामान व खाली मटके आदि देखे गए। बैरक के ऊपर की छत आदि को खंगाला गया, लेकिन पुलिस को कोई आपत्तिजनक सामान हाथ नहीं लगा। पुलिस के निशाने पर मुख्तार की बैरक रही। यहां पर करीब 10 मिनट तक पुलिस रही और एक-एक सामान देखा। कारागार अधीक्षक वीरेश शर्मा का कहना है कि यह सामान्य निरीक्षण है। निरीक्षण के दौरान सबकुछ ठीक ठाक रहा। कोई ऐसा सामान नहीं मिला, जो जेल मैनुअल के विपरीत हो। जेल में यूं ही सुरक्षा के खास बंदोबस्त किए गए। जेल आने वाले हर व्यति पर नजर रखी जा रही है। मुख्तार की बैरक बिल्कुल अलग है। यहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता है। बता दें कि पुलिस ने अफशां की तलाश में कई स्थानों पर छापेमारी की, लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा है।  इसके चलते अफशां पर घोषित इनाम की राशि को बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दिया गया है। अफशां अंसारी काफी समय से फरार चल रही है। अफशां पर गाजीपुर कोतवाल, मुहम्मदाबाद कोतवाली, नंदगंज, मऊ लखनऊ में भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। अफशां पर गजल होटल लैंड डील के अलावा नंदगंज में सरकारी जमीन को कब्जा करने का आरोप है।


अतीक और अशरफ हत्याकांड: रडार पर दिल्ली की महिला और लखनऊ में तैनात सिपाही

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प्रयागराज। अतीक और अशरफ हत्याकांड में एनसीआर न्यूज पोर्टल को लेकर नया खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया है कि दोनों भाइयों की हत्या से तीन दिन पहले ही एनसीआर न्यूज पोर्टल के लिए भर्तियां शुरू की गई थीं। प्रयागराज में 15 अप्रैल की रात को कॉल्विन हॉस्पिटल के गेट पर माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को तीन शूटरों ने गोलियों से भून डाला। मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।  हमलावरों ने जिस एनसीआर न्यूज पोर्टल की आईडी का उपयोग किया था, उसके लिए तीन दिन पहले ही रिपोर्टर की भर्तियां शुरू होने की जानकारी मिली थी। अतीक और अशरफ की 13 अप्रैल को रिमांड से पहले एनसीआर न्यूज पोर्टल संचालकों ने प्रयागराज के कई छुटभैया पोर्टलों से जुड़े युवकों से संपर्क साधा था। 

फोन करने-कराने वालों में दिल्ली की एक महिला और लखनऊ में तैनात सिपाही शामिल होने की जानकारी सामने आई है। पुलिस जल्द ही इन दोनों से पूछताछ कर सकती है। हालांकि महिला का फोन बंद आ रहा है।  आपको बता दें कि 24 फरवरी को हुए उमेश पाल हत्याकांड में साजिश की बाबत पूछताछ के लिए माफिया अतीक को अहमदाबाद की साबरमती जेल से और अशरफ को बरेली जेल से लाने के लिए पुलिस की अलग-अलग टीमें 12 अप्रैल को रवाना हुई थीं।  13 अप्रैल को कोर्ट में पेशी हुई और रिमांड मंजूर हो गई। इसके पहले ही एक खेल चालू था, इस खेल से हर कोई बेखबर था। यह खेल था, एनसीआर न्यूज पोर्टल में भर्ती करने का। पोर्टल संचालकों ने 11 अप्रैल को प्रयागराज के कई ऐसे युवकों से संपर्क साधा, जो छोटे पोर्टल में कार्य कर रहे हैं।  यह वो लोग हैं, जो पैसा कम मिलने की वजह से एक साथ कई पोर्टल में काम करके अपना खर्चा निकालने के लिए आतुर रहते हैं। इनमें से एक युवक को लखनऊ में तैनात एक सिपाही ने फोन किया था। उसने एनसीआर न्यूज पोर्टल से जुड़ने के लिए कहा था। उसी ने एक महिला का फोन नंबर भी दिया, जो दिल्ली की रहने वाली बताई जाती है। इस बीच, 15 अप्रैल की रात 10:37 बजे कॉल्विन अस्पताल के गेट पर एनसीआर न्यूज की माइक आईडी के साथ शूटर लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य विदेशी पिस्टल से ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर अतीक-अशरफ को मौत की नींद सुला रहे थे, तब आॅफर पाने वाले युवक भी वहां कुछ देर बाद पहुंच गए। जब उन्होंने एनसीआर न्यूज की माइक आईडी पड़ी देखी तो उनके होश फाख्ता हो गए।  हत्याकांड से चार दिन पहले जो महिला न्यूज पोर्टल से जुड़ने के लिए युवकों से लगातार संपर्क कर रही थी, उसके फोन अब नहीं उठ रहे। बृहस्पतिवार की शाम पोर्टल के भर्ती आवेदन पत्र पर दिए गए दोनों मोबाइल नंबर पर कई बार फोन किया गया, लेकिन कॉल रिसीव नहीं की गई। माफिया अतीक-अशरफ के कॉल्विन हॉस्पिटल के अंदर दाखिल होते वक्त पांच लोकप्रिय चैनलों के प्रतिनिधि कैमरे लेकर खड़े बताए जाते हैं। सभी लोकप्रिय चैनलों से जुड़े हैं। हत्याकांड के चंद मिनट पहले ही एनसीआर न्यूज आईडी और कैमरा लेकर तीनों शूटर भी अस्पताल गेट के पास निश्चित दूरी बनाकर खड़े हो गए।  इस बीच, असली मीडियाकर्मियों ने अतीक-अशरफ से असद के जनाजे में शामिल न होने की वजहों पर सवाल शुरू कर दिए। हत्याकांड के वायरल वीडियो में एक व्यक्ति अपने पीछे खड़े किसी परिचित से कहते सुनाई देता है कि तुम आईडी मत लगाना। तुमको फीड दे दिया जाएगा।।

अतीक-अशरफ हत्याकाण्ड: शूटरों का नारको या लाई डिटेक्टर टेस्ट भी करा सकती है एसआईटी

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प्रयागराज। अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले शूटरों पूछताछ में नए-नए खुलासे कर रहे हैं। कस्टडी रिमांड में भी हत्याकांड से जुड़े राज न उगलवा पाने पर तीनों शूटरों का नारको या फिर लाई डिटेक्टर टेस्ट भी कराया जा सकता है। हालांकि इसके लिए उनकी मंजूरी जरूरी होगी। अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले आरोपियों को कस्टडी रिमांड पर लिया गया है। एसआईटी की टीम कातिलों से लगातार पूछताछ में जुटी है। शूटरों ने कई चौंकाने वाले खुलासे भी किए हैं। हत्याकांड में जिन असलहों का उपयोग किया गया था, वह दिल्ली के कुख्यात जितेंद्र गोगी गैंग से शूटरों को मिले थे।  हमीरपुर के शूटर सनी सिंह से पूछताछ में यह खुलासा किया है। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि सनी के इस खुलासे में कितना सच है, यह विस्तृत पूछताछ के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। सूत्रों ने बताया कि कस्टडी रिमांड के दौरान शूटर सनी सिंह ने जानकारी दी है कि दो साल पहले वह दिल्ली गया था। दिल्ली में उसकी मुलाकात गोगी गैंग के एक कारिंदे से हुई थी। उसने ही सरगना जितेंद्र गोगी से मिलावाया था।  इसके बाद जितेंद्र के कहने पर सनी ने छोटे-मोटे काम भी किए थे। इसके बाद ही सनी का जितेंद्र गैंग के बाकी सदस्यों से उसका संपर्क हुआ। सनी इसके बाद दिल्ली आता जाता रहा। सूत्रों का कहना है कि उसने गोगी गैंग के सदस्यों के कहने पर आपराधिक वारदातों को अंजाम भी दिया।  हर वारदात को अंजाम देने के बाद वह लौट आता था। यही वजह रही कि उसका नाम सामने नहीं आया। यह बात भी सामने आई है कि एक काम के सिलसिले में ही गोगी गैंग ने उसे जिगाना और गिरसान पिस्टलें दी थीं। हालांकि इसी दौरान सरगना गोगी मारा गया। इसके बाद सनी ने पिस्टलें वापस ही नहीं कीं।  सूत्रों का कहना है कि फिलहाल यह साफ नहीं है कि पूछताछ में सामने आई यह बातें कितनी सही हैं। यह भी हो सकता है कि कोई बड़ा राज छिपाने के लिए वह यह बातें कर रहा हो। ऐसे में विस्तृत पूछताछ के बाद ही कुछ स्पष्ट हो सकेगा। कस्टडी रिमांड के दूसरे दिन एसआईटी सदस्यों ने तीनों शूटरों से तीन घंटे तक पूछताछ की थी। सीन रिक्रिएशन की कार्रवाई के चलते उनसे दोपहर में पूछताछ नहीं हो सकी। हालांकि रात में नौ से 12 बजे तक उनसे सवाल दागे गए। सबसे बड़ी बात यह है कि हत्या की वजह को लेकर शूटरों ने अभी भी अपना मुंह नहीं खोला है। शूटरों का यही कहना है कि उन्हें बड़ा डॉन बनना था। वहीं, जानकारों का कहना है कि कस्टडी रिमांड में भी हत्याकांड से जुड़े राज न उगलवा पाने पर तीनों शूटरों का नारको या फिर लाई डिटेक्टर टेस्ट भी कराया जा सकता है। हालांकि इसके लिए उनकी मंजूरी जरूरी होगी।

उमेश हत्याकांड के बाद अतीक को धोखा देने लगे थे पार्टनर, नहीं उठाते थे फोन

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लखनऊ। यूपी सरकार के माफिया के खिलाफ जारी अभियान की जद में अतीक अहमद गैंग आया तो राजस्थान और गुजरात के उसके पार्टनर भी धोखा देने लगे। उमेश पाल हत्याकांड के बाद तो सबने अतीक का फोन उठाना भी बंद कर दिया। माफिया अतीक और अशरफ की हत्या के बाद एक और नया खुलासा हुआ है। माफिया अतीक ने साबरमती जेल में रहने के दौरान गुजरात समेत पांच राज्यों में करीब 1500 करोड़ रुपये संपत्तियों में निवेश किए थे।  उसकी संपत्तियां गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, दिल्ली और मुंबई में होने के पुख्ता सबूत पुलिस को मिल गए हैं। उमेश पाल की हत्या के बाद जब अतीक पर पुलिस का शिकंजा कसना शुरू हुआ तो उसके पार्टनरों ने भी किनारा करना शुरू कर दिया।

उमेश पाल हत्याकांड के बाद जब एसटीएफ ने अहमदाबाद जाकर अतीक और उसके गुर्गों की सुरागरसी शुरू की तो पता चला कि साबरमती जेल में बंद रह चुके दो सगे भाई जीतू और केतन के साथ अतीक ने जमीन के कारोबार में पार्टनरशिप की थी।  साबरमती निवासी जीतू और केतन का गुजरात में जमीन समेत अन्य कारोबार में भी खासा वर्चस्व है। जेल में रहने के दौरान दोनों भाईयों की मुलाकात अतीक से हुई थी। इसके अलावा अहमदाबाद निवासी नीरज बोरा और उसके बेटे अली रजा के साथ भी अतीक ने कई धंधों में पार्टनरशिप की थी। नजीर बोरा भी अतीक के साथ साबरमती जेल में बंद रह चुका है। दरअसल, जब प्रयागराज में अतीक की संपत्तियों पर बुलडोजर चलना शुरू हुआ तो उसने अपराध से कमाई गई दौलत को गुजरात में निवेश करना शुरू कर दिया।  अतीक की संपत्तियों की तलाश कर रही एसटीएफ और प्रयागराज पुलिस को राजस्थान में भी करोड़ों रुपये निवेश करने के प्रमाण मिले हैं। जांच में सामने आया है कि माउंट आबू में होटल अबू ग्राण्ड के मालिक बाबी भाई अग्रवाल के साथ अतीक कोई बड़ा कारोबार कर रहा है। इसके अलावा अतीक का अजमेर के एक होटल में भी पार्टनरशिप होने के प्रमाण मिले है।

यूपी सरकार के माफिया के खिलाफ जारी अभियान की जद में अतीक अहमद गैंग आया तो राजस्थान और गुजरात के उसके पार्टनर भी धोखा देने लगे। उमेश पाल हत्याकांड के बाद तो सबने अतीक का फोन उठाना भी बंद कर दिया। अतीक और अशरफ की मौत के बाद पुलिस अतीक के इन पार्टनरों की भूमिका की जांच भी कर रही है। इस फेहरिस्त में मध्य प्रदेश के पन्ना का हीरा खदान मालिक भी है जिससे बीते कुछ दिनों के दौरान अतीक से अदावत की जानकारी पुलिस को मिली है।

माफिया अतीक अहमद और अशरफ के शवों को दफनाया गया

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Sunday, April 16, 2023



अतीक के दोनों नाबालिग लड़के और अशरफ की बेटियां पहुंचे कब्रिस्तान

प्रयागराज। प्रयागराज के काल्विन हॉस्पिटल में जांच कराने के दौरान माफिया अतीक अहमद और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दोनों को पांच दिनों की रिमांड पर लाया गया था। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही थी। इसी बीच मेडिकल कॉलेज के पास दोनों की हत्या कर दी गई।  अतीक और अशरफ के शवों को प्रयागराज के कसारी-मसारी कब्रिस्तान में दफनाया गया। दोनों के जनाजे में अतीक के दो नाबालिग बेटे और अशरफ की बेटियों के अलावा करीबी रिश्तेदार शामिल हुए। पुलिस ने अतीक की पत्नी शाइस्ता के कब्रिस्तान पहुंचने की बात का खंडन किया है। बुर्के में आने वाली महिलाओं की जांच की जा रही है। माना जा रहा है कि इनामी शाइस्ता भी कब्रिस्तान पहुंच सकती है। अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता भी कब्रिस्तान पहुंची है। शाइस्ता पर 50 हजार का इनाम था और फरार थी। इससे अतीक अहमद के दोनों नाबालिग लड़के अपने पिता और चाचा अशरफ के सुपुर्द ए खाक में शामिल होने के लिए कब्रिस्तान पहुंचे।

अतीक अहमद के दोनों नाबालिग लड़के अपने पिता और चाचा अशरफ के सुपुर्द ए खाक में शामिल होने के लिए कब्रिस्तान पहुंचे हैं। दोनों को बाल सुधार गृह से कब्रिस्तान ले जाया गया है। साथ ही अशरफ की दोनों बेटियां भी कब्रिस्तान पहुंची हैं।  पोस्टमार्टम के बाद अतीक और अशरफ के शव सीधे कब्रिस्तान पहुंचे। पहले से ही यहां अतीक और अशरफ के कई रिश्तेदार पहुंचे हैं। अब से कुछ देर बाद दोनों को दफनाया जाएगा। यहां दोनों को सुपुर्द ए खाक करने की तैयारियां पहले से ही पूरी कर ली गई थीं। अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के शवों को पोस्टमार्टम के बाद सीधे कब्रिस्तान ले जाए जा रहे हैं। शुरूआती रिपोर्ट के अनुसार अतीक को आठ गोलियां लगी थीं, जबकि अशरफ को पांच गोली लगने की बात सामने आई है।

अतीक-अशरफ के शव ले जाए जा रहे कब्रिस्तान

अतीक-अशरफ के शवों का पोस्टमार्टम पूरा हो गया है। दोनों के शवों को अस्पताल से सीधे कब्रिस्तान ले जाया जा रहा है। तीनों हमलावरों की प्रयागराज जिला कोर्ट में पेशी हुई। अदालत ने तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है।  दोनों शवों को स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस में रखा गया था। सुबह 10 बजे के करीब पोस्टमार्टम शुरू हुआ था। बताया जा रहा है कि दोनों को आज ही दफनाया जाएगा, इसकी तैयारी की जा रही है। शनिवार को ही अतीक अहमद के बेटे असद अहमद के शव को दफनाया गया था। प्रयागराज जिला कोर्ट के बाहर सुरक्षा बढ़ाई दी गई है। करीब 150 जवानों को तैनात किया गया है। बताया जा रहा है कि अब से कुछ देर बाद तीन आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा। एसपी विनोद कुमार और एएसपी राजेश कुमार ने शहर से लेकर देहात क्षेत्र में पैदल गश्त किया। इस दौरान सभी सीओ के नेतृत्व में भी देर शाम तक पुलिस बल क्षेत्र में गश्त कर नजर बनाए रहा। इस दौरान संदिग्ध लोगों की गतिविधि पर भी पुलिस नजर बनाए रही। इस दौरान संदिग्ध नजर आने वाले लोगों की चेकिंग भी की गई। प्रयागराज जिला अदालत में तीनों हमलावरों की पेशी होगी। तीनों को अब से कुछ देर बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा।अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के संबंध में तीन सदस्यीय न्यायिक जांच समिति का गठन किया गया है। समिति दो महीने में सरकार को रिपोर्ट देगी। समिति की अध्यक्षता इलाहाबाद एचसी के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति अरविंद कुमार त्रिपाठी करेंगे, जिसमें सेवानिवृत्त आईपीसी अधिकारी सुबेश कुमार सिंह और सेवानिवृत्त जिला न्यायाधीश बृजेश कुमार सोनी शामिल हैं। शूटर अरुण मौर्य के पिता दीपक कुमार अपने पिता मथुरा प्रसाद के साथ काफी पहले से पानीपत में रहकर मजदूरी का काम करते थे। गांव में उनके पास डेढ़ बीघा जमीन है जिससे गुजारा नहीं हो पाता था। पानीपत में ही अरुण का जन्म हुआ। उसके बाद भी उन्होंने कई वर्षों तक पानीपत में मजदूरी आदि का काम किया। अतीक अहमद की हत्या के आरोपी सनी सिंह का गैंगस्टर सुंदर भाटी से कनेक्शन सामने आया है। सूत्रों के अनुसार हमीरपुर जेल में सुंटर भाटी से सनी मिला था। सुंदर भाटी गैंग के लिए आरोपी सनी सिंह काम कर चुका है।

गलती किसी कि,सजा किसी को : ...अतीक - अशरफ हत्या कांड मीडिया हुई कलंकित

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लखनऊ। दुर्दांत माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ हत्याकांड में गलती प्रयागराज पुलिस की है, लेकिन पुलिस को कम बल्कि मीडिया को सजा मिल रही है। क्योंकि हत्यारे परिसर में मीडिया कर्मी बनकर आए थे। हालत यह है कि राजधानी लखनऊ में कालिदास मार्ग पर मीडिया कर्मियों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। हमारे देश के सविधान में मीडिया को चौथा स्तंभ बताया गया है।क्योंकि जब कहीं किसी को न्याय नहीं मिलता था तो मीडिया से मिलकर अपनी बात रखता था। बेरोजगारी का यह आलम है कि कोसी नदी की तरह मीडिया में भी बाढ़ आ गई। हर आदमी मीडिया कर्मी बन गया मोबाइल ले लिया और माइक मुंह में लगा दिया । ऐसे तो इनकी पहचान भी नहीं हो पाती है ,  की कौन असली है और कौन नकली। ,इस घटना से  नेताओं के साथ ही अधिकारियों में विश्वास मीडिया के प्रति कम होगा।

घटना को शूटरों ने जिस तरह से अंजाम दिया है इससे तो खतरा उन नेताओं को हो सकता है जिनके पास एसपीजी ब्लैक कमांडो जेड प्लस और अन्य सुरक्षा  के साथ रहते है। जो नेता रैलियों में मंच से उतरकर लोगों से हाथ मिलाते हैं ऐसी स्थिति में भीड़ में कोई भी किसी को ठोक देगा । अब ऐसी स्थिति में नेताओं को भीड़ से और मीडिया को  वाइट  देने से बचेंगे।  क्योंकि अगर कोई ऐसी घटना और हो गई तो देश का माहौल खराब हो सकता है। बहर हाल कालिदास मार्ग पर ही मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक सहित सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों एवम अधिकारियों के आवास है। इसके समाधान के लिए पत्रकारों की भी गाईड लाइन तय होनी चाहिए।

माफिया अतीक के दो लड़के और अशरफ की बेटियां पहुंची कब्रिस्तान, सुपुर्द-ए-खाक की तैयारी पूरी

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प्रयागराज। प्रयागराज के काल्विन हॉस्पिटल में जांच कराने के दौरान माफिया अतीक अहमद और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दोनों को पांच दिनों की रिमांड पर लाया गया था। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही थी। अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता भी कब्रिस्तान पहुंची है। शाइस्ता पर 50 हजार का इनाम था और फरार थी। इससे अतीक अहमद के दोनों नाबालिग लड़के अपने पिता और चाचा अशरफ के सुपुर्द ए खाक में शामिल होने के लिए कब्रिस्तान पहुंचे। अतीक अहमद के दोनों नाबालिग लड़के अपने पिता और चाचा अशरफ के सुपुर्द ए खाक में शामिल होने के लिए कब्रिस्तान पहुंचे हैं। दोनों को बाल सुधार गृह से कब्रिस्तान ले जाया गया है। साथ ही अशरफ की दोनों बेटियां भी कब्रिस्तान पहुंची हैं। पोस्टमार्टम के बाद अतीक और अशरफ के शव सीधे कब्रिस्तान पहुंचे। पहले से ही यहां अतीक और अशरफ के कई रिश्तेदार पहुंचे हैं। अब से कुछ देर बाद दोनों को दफनाया जाएगा। यहां दोनों को सुपुर्द ए खाक करने की तैयारियां पहले से ही पूरी कर ली गई थीं। अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के शवों को पोस्टमार्टम के बाद सीधे कब्रिस्तान ले जाए जा रहे हैं। शुरूआती रिपोर्ट के अनुसार अतीक को आठ गोलियां लगी थीं। अतीक-अशरफ के शवों का पोस्टमार्टम पूरा हो गया है। दोनों के शवों को अस्पताल से सीधे कब्रिस्तान ले जाया जा रहा है। तीनों हमलावरों की प्रयागराज जिला कोर्ट में पेशी हुई। अदालत ने तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है।  दोनों शवों को स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस में रखा गया था। सुबह 10 बजे के करीब पोस्टमार्टम शुरू हुआ था। बताया जा रहा है कि दोनों को आज ही दफनाया जाएगा, इसकी तैयारी की जा रही है। शनिवार को ही अतीक अहमद के बेटे असद अहमद के शव को दफनाया गया था।अतीक और अशरफ की हत्या के बाद उसके मुहल्ले कसारी मसारी और आसपास के इलाकों में सन्नाटा पसरा हुआ है। कुछ कुछ देर में पुलिस की गाड़ियां तेज सायरन के साथ चक्रमण कर रही है। पूरे इलाके में फोर्स की तैनाती की गई है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।  मुस्लिम बाहुल्य इलाके करेली, खुल्दाबाद, अटाला, चौक, नखास कोहना, धूमनगंज, चकिया, राजरूपपुर आदि इलाकों में अतिरिक्त फोर्स लगाई गई है। 

अतीक-अशरफ हत्याकांड: योगी सरकार पर मायावती ने बोला हमला

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लखनऊ: बसपा चीफ मायावती ने दो ट्वीट कर यूपी सरकार की कानून व्यवस्था पर कई सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट को स्वयं संज्ञान लेकर अतीक और अशरफ हत्याकांड की जांच करानी चाहिए। इससे पहले अखिलेश यादव और असदुद्दीन ओवैसी ने भी यूपी सरकार को कटघरे में खड़ा किया था।

 प्रयागराज में अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद अखिलेश यादव के बाद अब मायावती ने भी योगी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने रविवार सुबह लगातार दो ट्वीट किए। उन्होंने लिखा है- 'गुजरात जेल से अतीक अहमद और बरेली जेल से लाए गए उनके भाई अशरफ की प्रयागराज में कल रात पुलिस हिरासत में ही खुलेआम गोली मारकर हुई हत्या, उमेश पाल जघन्य हत्याकाण्ड की तरह ही, यूपी सरकार की कानून-व्यवस्था और उसकी कार्यप्रणाली पर अनेकों गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े करती है।' अपने दूसरे ट्वीट में बसपा चीफ ने लिखा है- 'देश भर में चर्चित इस अति-गंभीर और अति-चिन्तनीय घटना का माननीय सुप्रीम कोर्ट अगर स्वयं ही संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करे तो बेहतर। वैसे भी उत्तर प्रदेश में कानून द्वारा कानून के राज के बजाय, अब इसका एनकाउंटर प्रदेश बन जाना कितना उचित सोचने की बात।' 

आपको बता दें कि शनिवार रात करीब साढ़े बजे प्रयागराज में कॉल्विन हॉस्पिटल के पास अतीक अहमद और अशरफ मीडिया से बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान अचानक से आए तीन युवकों ने दोनों भाइयों पर ताबड़तोड़ गोलियों की बरसात कर दी। सिर पर गोली लगने से अतीक और अशरफ की मौत हो गई। अखिलेश यादव और असदुद्दीन ओवैसी जैसे विपक्षी नेताओं ने रात में ट्वीट करते हुए योगी सरकार की कानून व्?यवस्?था पर ढेरों सवाल उठाए थे।


अतीक-अशरफ हत्याकाण्ड: आरोपी बोले - हम फेमस होना चाहते थे, इसलिए मारा

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प्रयागराज। माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात प्रयागराज में हत्या कर दी गई। पुलिस दोनों को मेडिकल टेस्ट के लिए अस्पताल ले जा रही थी। पत्रकार साथ-साथ चलते हुए अतीक और अशरफ से सवाल कर रहे थे। इसी बीच तीन हमलावर पुलिस का सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए आए और अतीक के सिर में गोली मार दी, फिर अशरफ पर फायरिंग की। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। हमलावर मीडियाकर्मी बनकर आए थे। इनके नाम लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य हैं। हमले के तुरंत बाद ही तीनों ने सरेंडर कर दिया। लवलेश बांदा, अरुण कासगंज और सनी हमीरपुर का रहने वाला है। उनसे हथियार बरामद किए गए हैं। कॉन्स्टेबल मानसिंह को भी गोली लगी है। तीनों शूटर्स ने बताया कि वो अतीक-अशरफ को मारकर यूपी में पॉपुलर होना चाहते थे। जब से कोर्ट ने दोनों को पुलिस कस्टडी दी, तब से वे प्रयागराज आ गए थे और मीडियाकर्मी बनकर अतीक-अशरफ को मारने की फिराक में थे। शनिवार को मौका मिलते ही उन्हें मार दिया। शनिवार रात अतीक-अशरफ पर हमले के दौरान एक शूटर लवलेश तिवारी को भी गोली लगी है। हमलावरों की फायरिंग में लवलेश घायल हुआ है। घटना के बाद उमेश पाल के घर की सुरक्षा में  पुलिस के करीब 100 जवान तैनात हैं। पत्नी जया पाल और मां शांति देवी को किसी से मिलने की इजाजत नहीं है। अतीक-अशरफ का शव अभी अस्पताल में है। सूत्रों के मुताबिक, 5 डॉक्टरों की टीम दोनों का पोस्टमॉर्टम करेगी। परिवार या रिश्तेदारों में अभी कोई अस्पताल नहीं पहुंचा है। घटनास्थल से डमी वीडियो कैमरा और माइक आईडी भी बरामद हुआ है। पुलिस के मुताबिक, तीनों शूटर मीडिया वाले बनकर आए थे। उनके गले में आईडी भी था। करीब पहुंचते ही एक ने अतीक के सिर पर पिस्टल सटाकर गोली मारी और फिर अशरफ के सीने पर गोली दाग दी। घटनास्थल से डमी वीडियो कैमरा और माइक आईडी भी बरामद हुआ है। पुलिस के मुताबिक, तीनों शूटर मीडिया वाले बनकर आए थे। उनके गले में आईडी भी था। करीब पहुंचते ही एक ने अतीक के सिर पर पिस्टल सटाकर गोली मारी और फिर अशरफ के सीने पर गोली दाग दी।






अतीक और अशरफ को आज की दफनाया जाएगा, पूरे इलाके में फोर्स की तैनाती

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प्रयागराज प्रयागराज के काल्विन हॉस्पिटल में जांच कराने के दौरान माफिया अतीक अहमद और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दोनों को पांच दिनों की रिमांड पर लाया गया था। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही थी। इसी बीच मेडिकल कॉलेज के पास दोनों की हत्या कर दी गई। अतीक अहमद और अशरफ का पोस्टमार्टम शुरू हो गया है। अतीक के बहनोई और उसके चचेरे भाई को दोनों का शव सौंपा जाएगा। उधर हत्याकांड की रिपोर्ट लेकर डीजीपी सीएम हाउस पहुंचे हैं।

अतीक और अशरफ की हत्या के बाद उसके मुहल्ले कसारी मसारी और आसपास के इलाकों में सन्नाटा पसरा हुआ है। कुछ कुछ देर में पुलिस की गाड़ियां तेज सायरन के साथ चक्रमण कर रही है। पूरे इलाके में फोर्स की तैनाती की गई है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।  मुस्लिम बाहुल्य इलाके करेली, खुल्दाबाद, अटाला, चौक, नखास कोहना, धूमनगंज, चकिया, राजरूपपुर आदि इलाकों में अतिरिक्त फोर्स लगाई गई है। माफिया अतीक और अशरफ के शवों को आज ही चकिया कसारी मसारी स्थित कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा। दोनों शवों को स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस में रखा गया है। बताया जा रहा है कि दोनों को आज ही दफनाया जाएगा, इसकी तैयारी की जा रही है। शनिवार को ही अतीक अहमद के बेटे असद अहमद के शव को दफनाया गया था। असद का एनकाउंटर 13  अप्रैल को झांसी में कर दिया गया था। उसका अंतिम संस्कार 15 अप्रैल को अतीक अहमद के पैतृक निवासी चकिया कसारी मसारी स्थित कब्रिस्तान में किया गया था।



अतीक-अशरफ हत्याकाण्ड: लवलेश का हमसे लेना-देना नहीं था: पिता

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बांदा। हत्याकांड के बाद शूटर लवलेश तिवारी के पिता का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि लवलेश का हमसे लेना-देना नहीं था। पांच से छह दिन पहले लवलेश बांदा स्थित घर आया था। पहले भी वो कभी-कभी घर आता था। पहले भी वो एक मामले में जेल गया था। लवलेश नशा करता है।  प्रयागराज के कॉल्विन हॉस्पिटल में मेडिकल जांच कराने के लिए लाए गए माफिया अतीक अहमद और अशरफ की शनिवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। दोनों को पांच दिनों की रिमांड के दौरान मेडिकल जांच के लिए लाया गया था।हत्याकांड के बाद शूटर लवलेश तिवारी के पिता का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि लवलेश का हमसे लेना-देना नहीं था। पांच से छह दिन पहले लवलेश बांदा स्थित घर आया था। पहले भी वो कभी-कभी घर आता था। पहले भी वो एक मामले में जेल गया था। लवलेश नशा करता है। आपको बता दें कि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को महज 18 सेकंड के भीतर मौत की नींद सुला दिया गया। शूटरों ने दोनों के पुलिस जीप से उतरने के 32वें सेकंड में पहली गोली दागी। इसके बाद लगातार कुल 20 गोलियां दागीं और 50वें सेकंड तक माफिया भाइयों का काम तमाम हो चुका था। अतीक व अशरफ को 10.36 मिनट पर लेकर पुलिस कॉल्विन अस्पताल के गेट पर पहुंची। 10.37 मिनट और 12 सेकंड पर दोनों पुलिस जीप से नीचे उतर चुके थे। इसके बाद पुलिस उन्हें लेकर अस्पताल के भीतर जाने लगी। ठीक 32वें सेकंड यानी 10.37 मिनट और 44 सेकंड पर शूटरों ने पहली गोली दागी। इसके बाद ताबड़तोड़ 20 राउंड फायर अतीक और अशरफ को निशाना बनाकर किए गए। 18 सेकंड में वारदात को अंजाम देकर शूटर अपने मकसद में कामयाब हो चुके थे। 10.38 मिनट और 02 सेकेंड पर अतीक और अशरफ दोनों लहूलुहान होकर जमीन पर लुढ़के पड़े थे और उनके शरीर बेजान हो चुके थे।

अतीक सिर में बाईं ओर दागी पहली गोली

शूटरों ने पहली गोली अतीक पर दागी। अतीक मीडियाकर्मियों से बात करते हुए आगे बढ़ा ही था कि एक शूटर ने पीछे से आकर उसके सिर के पिछले हिस्से में बाईं ओर गोली दागी। इसके बाद अतीक जमीन पर गिरा। उधर गोली चलने की आवाज सुनकर अशरफ भाई को संभालने के लिए पीछे मुड़ा तो उसके चेहरे पर गोली दाग दी। इसके बाद अशरफ भी जमीन पर लुढ़क गया और फिर तीनों शूटरों ने दोनों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं।

जिस तरह से इस वारदात को अंजाम दिया गया, उससे एक बात तो तय है कि हत्यारे प्रोफेशनल शूटर थे। जिस तरह से पहली ही गोली अतीक के सिर और अशरफ के चेहरे पर मारी गई, उससे यह भी पता चलता है कि हत्यारे जानते थे कि उन्हें कहां गोली मारनी है। जानकारों का कहना है कि वह चाहते तो सामने से भी गोली चला सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उन्हें मालूम था कि सिर्फ सीने या शरीर के अन्य किसी हिस्से में गोली लगने पर दोनों बच भी सकते हैं। इसी वजह से उन्होंने पहली ही गोली सीधे टारगेट पर दागी।अतीक और अशरफ को मौत के घाट उतारने वाले शूटरों ने नाइन एमएम की पिस्टल का इस्तेमाल किया। मौके से तीन नाइन एमएम पिस्टल बरामद की गईं। साथ ही नाइन एमएम कारतूस के 11 खोखे भी बरामद हुए हैं।

वीडियो कैमरा और माइक आईडी लेकर आए थे शूटर

शूटआउट को अंजाम देने वाले शूटर मीडियाकर्मी बनकर आए थे। उन्होंने वीडियो कैमरा और माइक आईडी भी थाम रखी थी। दो शूटर जहां वीडियो कैमरा और माइक आईडी लिए हुए था। वहीं उनका तीसरा साथी एक बैग थामे हुआ था। जैसे ही अतीक व अशरफ अस्पताल के भीतर घुसे, तीनों ने अपने हाथ में थामे हुए वीडियो कैमरा, माइक आईडी और बैग जमीन पर फेंक दिए और पिस्टल निकालकर गोलियां बरसाने लगे। वारदात के बाद जो बातें सामने आई हैं, उससे इस बात का भी अंदेशा है कि इसमें किसी बड़े सुपारी किलर गैंग का भी हाथ हो सकता है। दरअसल सूत्रों का कहना है कि मौके से बरामद तीन असलहों में से एक इटैलियन पिस्टल भी थी, जिसकी कीमत पांच लाख से ज्यादा बताई जा रही है। इस तरह के हथियारों का इस्तेमाल प्रोफेशनल गैंग ही करते हैं। ऐसे में इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि यह शूटआउट सुपारी देकर अंजाम दिलाया गया हो।


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