इन्द्रपाल सिंह 'प्रिइन्द्र
सुधा सागर बालिका इंटर कॉलेज में मनाया गया मानसिक स्वास्थ्य दिवस
ललितपुर। सुधा सागर बालिका इंटर कॉलेज में राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत मानसिक स्वास्थ्य विषय पर आउटरीच कैंप आयोजित किया गया। इस दौरान बताया गया कि व्यायाम तनाव को दूर करने में मदद करता है, साथ ही मेडिटेशन प्राणायाम भी लाभप्रद है। काउंसलर ने मानसिक और शारीरिक सेहत को बेहतर बनाने के लिए मेडिटेशन प्राणायाम व व्यायाम को दिनचर्या में शामिल करने के लिए छात्राओ को प्रेरित किया। आरबीएसके के डीईआईसी मैनेजर डा.सुखदेव ने बताया कि इस माह की आउटरीच थीम मानसिक स्वास्थ्य एवंअवसाद पर काउंसलर द्वारा गतिविधि आयोजित की जाएगी, जिससे कि किशोर,किशोरियो में अवसाद के लक्षण होने पर तुरंतचिकित्सीय सलाह एवं उपचार मिल सके। विभिन्न सर्वेक्षण बताते हैं कि विश्व की लगभग 14 प्रतिशत आबादी या प्रत्येक 7 में से एक व्यक्ति किसी न किसी प्रकार से मनोवैज्ञनिक विकार से ग्रसित है। डिप्रेशन याएंजाइटी स्ट्रेस आदि मेंटल हेल्थ समस्या को दूर करने के लिए मनोचिकित्सक की सलाह जरुरले। मनोचिकित्सक की सलाह से मानसिक समस्याओं की जड़ तक जाने एवंइसके निवारण में मदद मिलेगी। जिला चिकियालय पुरुष साथिया केंद्र के काउंसलर राजेंद्र मिश्रा ने बताया कि किशोरों में अवसाद के सामान्य लक्षण लगातार नकारात्मक ऊर्जा, स्कूल में पढऩे में आ रही समस्या, एक्टिविटी में रुचि नहीं होना, स्मार्टकोन या सोशल मीडिया की लत, व्यवहार में परिवर्तन, क्रोध करना, नशीले पदार्थ या शराब का सेवन, गंभीर तनाव जैसी स्थिति आत्म हत्या की प्रवृत्ति पैदा करता है। अवसाद के शारीरिक लक्षण सिरदर्द, कब्ज, छाती में दर्द, अनिद्रा, भोजन में अरुचि, पूरे शरीर में दर्द एवं थकान आदि होने पर जिला चिकित्सालय में स्थित मनकक्ष में सम्पर्क कर सकते हैं। जिला महिला चिकित्सालय साथिया केंद्र की काउंसलर रश्मि श्रीवास्तव ने बताया कि अवसाद से बचने के लिए पर्याप्त नींद लें और पौष्टिक भोजन खाये। इसके अतिरिक्त तनाव को दूर करने में व्यायाम व मेडिटेशन प्राणायाम मदद करता है। प्रधानाचार्य कल्पना जैन बताया कि किशोरी अपनी समस्या छिपाए नहीं और तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क कर इलाज कराये, जिससे समय रहते वह इस अवस्था से दूर हो सके। इस मौके पर सहायक अध्यापक मीना जैन, आभा जैन, सोनम जैन आदि उपस्थित रही। कक्षा 12 की छात्रा सुहानी ने बताया कि मोबाइल पर व्यस्त रहने से पढाई प्रभवित हो रही है, साथ ही मानसिक तनाव का कारण बन रहा है, आज के कैम्प में इस तरह की महत्वपूर्ण जानकारी दी गई अब हम भी मोबाइल कम से कम इस्तेमाल करेंगे।