इन्द्रपाल सिंह 'प्रिइन्द्र
एक वर्ष पहले कुंए में गिरने से हुयी थी बालक की मौत
परिजनों ने चचेरे चाचा की बहु पर लगाया हत्या का आरोप
एक वर्ष पहले बिना पोस्टमार्टम के दफनाया गया था शव
ललितपुर। एक वर्ष पहले कुंए में गिरकर हुयी पांच साल के बच्चे की मौत के मामले में बुधवार को नया मोड़ आ गया। मृतक के परिजनों ने चचेरे चाचा की बहु पर बच्चे की हत्या करने का आरोप लगाया है। मामले में जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी को जांच के निर्देश दिये थे। जांच अधिकारी एसडीएम के निर्देश पर नामित मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार ललित पाण्डेय की मौजूदगी में बुधवार को ग्राम अमरपुर में एक वर्ष पहले दफनाए गये बच्चे के शव को जेसीबी की मदद से गड्ढा खोदकर निकाला गया। तदोपरांत शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
गौरतलब है कि ग्राम रोंडा निवासी डोली पत्नी रामकुमार ने बताया कि 3 दिसम्बर 2021 को उसका पुत्र उसके चाचा ससुर खुशीलाल की पुत्रवधु तुलसा पत्नी रंजीत के बच्चों के साथ घर के सामने खेल रहा था। देर शाम तक जब उसका बच्चा वापस नहीं आया। आरोप लगाया कि तुलसा अपने बच्चों के साथ उसके बच्चे को भी खेत पर ले गयी थी, जहां उसने बदनीयत से उसके बच्चे को कुंए में धक्का दे दिया। मामले की जानकारी मिलने पर ग्रामीणों की मदद से उसने बच्चे को कुंए से निकलवाया और अस्पताल ले गयी, जहां उसके पुत्र भानु को मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद बच्चे का बिना पोस्टमार्टम कराये हुये खेत में दफना दिया था। बताया कि मामले को लेकर पीडि़ता द्वारा मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के यहां शिकायत दर्ज करायी गयी थी। सीजेएम न्यायालय के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने तुलसा पत्नी रंजीत, रंजीत पुत्र खुशीलाल, खुशीलाल पुत्र नत्थू व मीरा पत्नी खुशीलाल के खिलाफ धारा 302, 201, 504, 506 के तहत मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी। घटना की जांच में जुटे जांच अधिकारी द्वारा बिना पोस्टमार्टम रिपोर्ट के जांच नहीं हो पाने के कारण जिला प्रशासन से आग्रह किया था। जिस पर जिलाधिकारी ने जांच के लिए उप जिलाधिकारी को निर्देशित किया। जांच के लिए उप जिलाधिकारी के निर्देश पर नायब तहसीलदार ललित पाण्डेय की निगरानी में एक वर्ष पहले दफनाये गये बच्चे के शव को जेसीबी की मदद से गड्ढा खोदकर निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
अजिया ससुर के रिटायर्डमेंट से मिली रकम बनी विवाद की जड़
डोली ने शिकायती पत्र में बताया कि उसके अजिया ससुर नत्थू पुत्र धनु लोक निर्माण विभाग में कार्यरत थे। उनके सेवानिवृत्त होने पर काफी धनराशि मिली थी। इस धनराशि को उसके ससुर अपने पास रखे हुये थे। लेकिन नवदुर्गा में उनके ससुर की अत्याधिक तबीयत खराब हो जाने पर उसके पति रामकुमार ने पुत्र बाबूलाल उपचार के लिए ले गया था। जब उपचार के लिए चाचा खुशीलाल से कहा तो उन्होंने इंकार कर दिया। बताया कि तुलसा ने ससुर नत्थू के उपचार के नाम पर दादी से जेवरात ले लिये, जिसे जाखलौन के दावनी निवासी हल्कीबाई पत्नी बसंता ने बिकवा दिया था। जेवरात बेचकर आये रुपये भी तुलसा द्वारा हड़प कर लिये गये। मामले की जानकारी मिलने पर जब कहा गया तो उक्त लोग जमीन व सेवानिवृत्त होने से मिली रकम हड़पने को लेकर आये दिन झगडऩे लगे। इसी बात से क्षुब्ध होकर तुलसा ने उसके पुत्र को कुंए में धक्का दे दिया।
गांव की पंचायत में दी थी कबूली थी बच्चे को मारने की बात
डोली ने बताया कि उसके पुत्र का शव कुंए में मिलने के बाद अगले दिन 4 दिसम्बर 2021 को गांव में पंचायत हुयी, जहां उक्त लोगों द्वारा गाली-गलौज करते हुये उसके पुत्र की हत्या करने की बात कबूल की थी और कार्यवाही करने पर पति को भी जान से मारने की धमकी दी थी। तत्समय 100 नम्बर पर डायल करने पर पुलिस द्वारा भी कार्यवाही का आश्वासन दिया गया था।