राकेश केसरी
कौशाम्बी। रबी की मुख्य फसलों मे गेंहू के साथ दलहनी और तिलहनी फसले भी है। देखा जाय तो गेहूं के उन्नत बीजों की मांग तो बढ़ी है लेकिन दलहनी फसल मसूर और तिलहनी फसल तोरिया और सरसो के फाउंडेशन बीज की राजकीय गोदाम मंझनपुर में उपलब्धता के बावजूद इसके ग्राहक कम आ रहे हैं। गेंहू की बोआई मध्य नवंबर से शुरू होगी लेकिन किसान इसके लिए मध्य अक्टूबर से ही बीज और उर्वरक की व्यवस्था में जुट गए हैं। राजकीय कृषि बीज भंडार मंझनपुर में सप्ताह के सभी दिन किसान बीजों के लिए आ रहे हैं। अभी दलहनी और तिलहनी फसलो के बोआई का समय है। तिलहनी फसल में सरसो का उन्नत बीज तो किसान खरीद रहे हैं परंतु दलहन को लेकर किसानों में उदासीनता देखी जा रही है। राजकीय कृषि बीज गोदाम मंझनपुर में इस वर्ष 120 क्विटल मसूर का अनुदानित बीज आया जिसमे से मात्र 20 किलो बीज ही बिका सका। सरसो का 160 क्विटल बीज उपलब्ध था जिसमे से 100 किलोग्राम बीज ही किसान ले गए। गेहूं की एचडी 2967 किस्म का 300 क्विटल बीज गोदाम पर आया था जिसमें से 110 क्विटल किसान खरीद चुके है। तोरिया के 10 किलोग्राम बीज का कोई ग्राहक ही नहीं आया। राजकीय कृषि बीज गोदाम मंझनपुर के प्रभारी ने बताया कि जिन किसानों ने आनलाइन पंजीकरण कराया है उन्हे बीज दिया जा रहा है और अनुदान की राशि डीबीटी द्वारा सीधे किसान के खाते मे भेजी जाती है।
रबी फसलों की तैयारी शुरू
तापमान में कमी के साथ में रबी के फसलों की तैयारी शुरू हो गयी है। खरीफ की फसलों के पकने के बाद अब ज्यादातर खेतों की सफाई शुरू कर दी गयी है। ऐसे में गेहूं, सरसों, मसूर एवं चना के लिए किसान खेतों की तैयारी शुरू कर दिये हैं।

Today Warta