राकेश केसरी
धूमधाम से निकाली देवी की झांकी,देबी गीतो पर जमकर नाचे लोग
प्रशासन ने निर्धारित तालाबो में मूर्तियो को कराया विर्सजित
कौशाम्बी। जिलेभरं में पूजा पाण्डालों में स्थापित दुर्गा प्रतिमा के विर्सजन का सिलसिला देर शाम तक जारी रहा। बुधवार को श्रद्धालु बैण्डबाजे,ढोल तासा व डीजे के साथ जुलूस की शक्ल में निकले और गली-कूचे में घूमे। इसके बाद क्षेंत्र के निर्धारित तालाबों व ससुर खदेरी नदी में पहुंचकर श्रद्धा के साथ प्रतिमा विसर्जित किया। इस दौरान श्रद्धालु देवी के जयकारे लगाते चल रहे थे। देवी के जयकारे से समूचा क्षेत्र देवी भगवती की भक्ति से सराबोर रहा। इसी तरह कड़ाधाम में गंगा से सौ मीटर की दूरी पर पुलिस प्रशासन द्वारा गड्डा खुदवा कर पनचक्की से पानी भरवाकर मूर्तियों का विसर्जन कराया गया। इस दौरान पुलिस की चैकसी से किसी भी घाट पर गंगा में मूर्तियों का विसर्जन नही होने पाया। जिलें के भरवारी, करारी, मंझनपुर, सरायअकिल, सिराथू, अझुवा, दारानगर,शमसाबाद,मनौरी,चायल, कड़ा, देबीगंज, सौरई, समदा, मूरतगंज, पश्चिम शरीरा,म्योहर,कुम्हियावा कस्बा सहित ग्रामीण क्षेंत्रों में दुर्गा पूजा पाण्डाल में स्थापित दुर्गा प्रतिमा का विर्सजन बुधवार को किया गया। जबकि कई जगहों पर दशहरा पर्व के चलते श्रद्धालुओं ने प्रतिमा विर्सजन का कार्य गुरूवार को करने का फैसला किया था। गुरूवार की सुबह विभिन्न नव दुर्गा पूजा कमेटी के सदस्यों ने धूप, दीप व नैवेद्य के साथ विधि पूर्वक पूजन व अर्चन किया। इसके बाद देवी भगवती की प्रतिमा को भव्य झांकी में स्थापित किया गया। देवी भगवती की भव्य झांकी नगर के विभिन्न मोहल्ले में घूमते हुए विसर्जन के लिए प्रशासन द्वारा निर्धारित स्थानों पर पहुंची। इस दौरान श्रद्धालुओं ने जगह-जगह स्वागत किया। जुलूस की शक्ल में चल रहे देवी भक्त देवी के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। जुलूस में महिला व युवाओं में विशेष उत्साह रहा। नाचते-गाते चल रही महिला व युवा देवी की भक्ति के समंदर में गोता लगाते रहे। इसी तरह नगर पंचायत भरवारी में माँ जगदम्बा की मूर्तियों को विसर्जित करने के लिए बड़ी कुटी में बनाये गये तालाब के स्वच्छ जल में माँ जगदम्बा की मूर्तियों को विसर्जित किया गया।
बाजे-गाजे के साथ हुआ मूर्तियों का विसर्जन
सिराथू तहसील के टेढ़ीमोड क्षेत्र में मां दुर्गा की प्रतिमाओं का बाजे-गाजे के साथ विसर्जन हुआ। जिसमें क्षेत्रीय लोगो ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। इस दौरान महिलाओं व पुरुषों ने देबी गीतो पर डांस किया तथा माता को भावभीनी विदाई इस आशय के साथ किया कि अगले वर्ष फिर आकर भक्तों की मनोकामना पूर्ण करे। क्षेत्र के टेढ़ीमोड,बम्हरौली,केसाउवापुर,कल्यानपुर,गनपा, हिसामपुर परसखी, टडहर,अहिरारा,शीतलपुर,अंदावा,निधियावा आदि जगहों की मूर्तियां प्रसाशन द्वारा चिन्हित स्थान पर विसर्जित कराई गई। इस दौरान प्रसाशन भी मुस्तैदी के साथ डटा रहा।
ससुर खदेरी नदी में हुआ मूर्ति का विर्सजन
नवयुवक दुर्गा पूजा कमेटी जीटी रोड अझुवा में बुधवार को धूमधाम एवं गाजे-बाजे के साथ मां दुर्गा की मूर्ति का नगर भ्रमण कराते हुए नाचते-गाते उत्साह एवं हर्षोल्लास के साथ ससुर खदेरी नदी मे मूर्ति का विसर्जन किया गया। नवदुर्गा पूजा कमेटी पुरानी गल्ला मंडी मे नवरात्रि मे प्रतिदिन मां की पूजा आराधना की गई। वृंदावन-मथुरा से पधारे कथावाचक श्री चरणदास जी आचार्य के श्रीमुख से प्रतिदिन रात्रि पूजा पंडाल मे उपस्थित होकर धार्मिक कथाओं का अनुश्रवण कर अपने जीवन को कृतार्थ किया। बुधवार को मां के पुन: आगमन की कामना करते हुए बड़े ही धूमधाम से नगर मे मां की शोभायात्रा निकाली गई, मां के भक्तिमय गीतों पर जयकारे लगते रहे। जगह-जगह पर श्रद्धालुओं ने जगत कल्याण के लिए मां की प्रतिमा की पूजा अर्चना की एवं आरती उतारी, पूर्व-निर्धारित स्थल ससुर खदेरी नदी मे मां की प्रतिमा का विसर्जन किया। इस बीच अझुवा चैकी प्रभारी गौरव त्रिवेदी मय हमराहियों के शांति व सुरक्षा व्यवस्था के लिए मां की शोभायात्रा सहित विसर्जन स्थल पर मुस्तैद दिखाई पड़े।
मूर्ति विसर्जन का डीएम व एसपी ने किया निरीक्षण
मूरतगंज पक्का तालाब में मूर्ति विसर्जित करने की योजना बनाई गई थी। जिला प्रशासन ने क्षेत्र के मूर्ति स्थापना करने वाले भक्त गणों से शांति व्यवस्था के साथ मूर्ति विसर्जन करने का आदेश जारी किया था। दशहरा के अवसर पर पक्का तालाब मूरतगंज में मूर्ति विसर्जन का जिलाधिकारी सुजीत कुमार व एसपी हेमराज मीणा ने निरीक्षण किया। इस मौके सीओ औधेश कुमार विश्वकर्मा व एसडीएम मौजूद रहे। निरीक्षण के दौरान एसपी ने दुर्गा प्रतिमा की मूर्ति विसर्जन करने वाले क्षेत्र के लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील किया। जबकि कोखराज एसओ तेजबाहादुर सिंह चंदेल फोर्स बल के साथ मौजूद रहे।
नम आंखों से हुई माता रानी की विदाई
नवरात्रि में जगह जगह पर भक्तों के द्वारा नवदुर्गा प्रतिमा को स्थापित करके नौ दिन पूजा, अर्चना, भजन, कीर्तन आदि करने के बाद बुधवार को दशहरा में माता रानी का विसर्जन किया गया। इस मौके पर सभी भक्तों की आंखें पूरी तरह से नम हो गई। मूर्ति विसर्जन में डीजे बजाने पर प्रशासन ने पूरी तरह से प्रतिबंध किया था। जानकारी के मुताबिक करारी क्षेत्र के महेन्द्र गांव में भी ग्रामीणों के द्वारा तीन जगह पर माता रानी की प्रतिमा को स्थापित किया गया था,जिसमें लगातार नौ दिन पूरे गांव में भक्ति की बयार बह रही थी। बुधवार को जब लोगों ने माता रानी की प्रतिमा का विसर्जन किया लोगों की आंखों में आंसू छलक गए सभी लोगों ने दु:खी दिल से माता का विसर्जन किया। मूर्ति विसर्जन में किसी प्रकार की अनहोनी घटना न घटित होने पाए इसके लिए प्रशासन के द्वारा सुरक्षा व्यवस्था को मद्देनजर रखते हुए कोई कोर कसर नहीं छोड़ा गया प्रत्येक जगह पर पुलिस मुस्तैद रही।