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जनाब! इतना जोखिम तो न लें...

Saturday, October 29, 2022

/ by Today Warta



राकेश केसरी

कौशाम्बी। न हेल्मेट, न ड्राइविंग लाइसेंस, फिर भी मोटर साइकिल पर तीन सवारी बैठाकर नाबालिक लड़के तेज गति से फर्राटा भर रहे हैं। यह दृश्य जिला मुख्यालय समेत ग्रामीणांचल की सड़कों पर प्रायः देखा जा सकता है। यातायात नियमों की अनदेखी वाले ये हालात सड़क दुर्घटनाओं का अहम कारण बन रहे हैं। इसके बावजूद न तो नियमों का अनुपालन करने वालों को फिक्र है और न ही आमजन ही खतरे को लेकर जागरुक नजर आता है। जिले में सड़क हादसों पर गौर किया जाए तो अब तक के हादसों का सर्वाधिक शिकार दोपहिया वाहन सवार हो रहे हैं। इनके पीछे के कारणों से कोई अनभिज्ञ नहीं है। नाबालिक गलत और अनियंत्रित ड्राइव सवारों की मौत का सबब बन रही है। स्कूली छात्र एवं युवा वर्ग के बाइक सवार दोपहिया वाहन चलाते समय नियमों को पूरी तरह नजर अंदाज करते हैं। स्कूल जाने वाले छात्र हो या युवा इनके फर्राटा भरते वाहन सामने वाला दंग रह जाता है। ये युवा वर्ग वाहनों को तेज रफ्तार से चलाने पर गर्व महसूस करते हैं। अधिकंाश ऐसे बाइक सवारों की न्यूनतम गति सीमा चालिस किलोमीटर प्रति घंटे होती है। जनपद के भीड़भाड़ वाले क्षेत्र हो या फिर हाइवे, उन पर सफर को जल्द से जल्द खत्म करना इनके होड़ में शुमार रहता है। इतना ही नहीं सकरी गलियों में भी यह दृश्य रोजाना देखा जा सकता है। ये बाइक सवार एक दूसरे को पिछाडने व ओवरटेक के दौरान ये वाहनों की गति पर ध्यान नहीं देते। इन्हें यह भी याद नहीं रह जाता कि गति सीमा के नियम को तोडने पर इन्हें सजा भी मिल सकती है या फिर जरा सी चूक पर पलक झपकते ही अनहोनी की आशंका का भय भी इनकी गति पर ब्रेक लगा पाने में नाकाम रहती है। इस संबध में यातायात निरीक्षक राकेश चैरसिया कहते हैं कि ऐसे वाहन चालकों पर कड़ी नजर रखकर रोजाना कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस समस्या का पूर्णतया निजात तभी संभव है, जब इनके परिजन भी इस बाबत जागरूक होकर पहल करें।

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