राकेश केसरी
जमीन कब्जे की नियत के चलते दूसरे को मोहरा बनाकर भांजे पर दर्ज कराया एससी एसटी का मुकदमा
कौशाम्बी।मंझनपुर तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत अषाढा के पूर्व प्रधान आबिद मंजूर उनके बेटे और भाइयो के आतंक अत्याचार से उनकी बहन भांजे पीड़ित हैं। पीड़ित बहन भांजे का कहना है कि ग्राम प्रधान आबिद मंजूर उनके बेटे और भाई उनकी पैतृक संपत्ति पर जबरिया कब्जा कर रहे हैं। पूर्व प्रधान की बहन और उनके परिजनों का कहना है कि वह अपनी पैतृक जमीन बेचना चाहती हैं। जमीन बेचने के बाद खरीददार को प्रताड़ित किया जा रहा है जिस पर जमीन खरीददार को कब्जा नहीं दिया जा रहा है। पूर्व प्रधान जबरिया उनके पैतृक संपत्ति पर कब्जा किए हुए हैं और फर्जी मुकदमे में फंसाया जा रहा है। अनुसूचित जाति के व्यक्ति को मोहरा बनाकर पूर्व प्रधान ने साजिश रच कर एससी / एसटी का मुकदमा दर्ज करा कर प्रताड़ित कर रहे हैं। पूर्व प्रधान के आतंक अत्याचार से पीड़ित उनकी बहन भांजे और भांजे की पत्नी पश्चिम शरीरा थाना पहुंची है और शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित परिजनों का कहना है कि पुलिस अधीक्षक से भी मिलने गए थे लेकिन मुलाकात नहीं हुई है। पीड़ितों का कहना है कि अधिकारियों से शिकायत करने पर पूर्व प्रधान आबिद मंजूर उनके बेटे और भाइयों द्वारा मारपीट गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी दी जाती है। आरोपी पूर्व प्रधान समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी हैं और वह रसूखदार व्यक्ति है जिसके चलते उनके गुनाहों पर जुबान खोलने का कोई साहस नहीं कर पाता। सपा नेता से पीड़ित उनकी बहन ने उनके गुनाहों के खिलाफ जुबान खोली है लेकिन उन्हें न्याय मिलता नहीं दिख रहा है। रसूखदार व्यक्ति होने के चलते पुलिस उन पर कार्रवाई करने से भय खाती है। अपनी पैतृक संपत्ति पर हिस्सा पाने के लिए महिला दर-दर भटक रही है और पूर्व प्रधान द्वारा उसे अपनी बहन के बजाय दूसरी महिला बताकर उसे प्रताड़ित किया जा रहा है। पीड़ित की बहू का कहना है कि कुछ दिनों पहले वसीयतनामा में गवाही देकर पूर्व प्रधान ने अपनी बहन होने का प्रमाण दिया था लेकिन अब वह पैतृक संपत्ति हड़पने की नीयत से अपनी बहन को बहन मानने से इंकार कर रहे हैं।

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