इन्द्रपाल सिंह प्रिइन्द्र
रेलवे स्टेशन प्रबंधक धौर्रा को सौंपा ज्ञापन
ललितपुर। झांसी बीना खण्ड की रेलवे स्टेशन धौर्रा पर कोरोना काल से बंद हुयी मेल एक्सप्रेस ट्रेनों के पुन: ठहराव की मांग को लेकर क्षेत्रवासियों ने संयुक्त रूप से रेलवे स्टेशन प्रबंधक धौर्रा को एक ज्ञापन सौंपा है। जिसमें उन्होनें ट्रेनों के न ठहरने पर अपनी अपनी समस्याएं गिनायी। इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि उत्तर मध्य रेलवे झांसी का रेलवे स्टेशन धौर्रा है, जो कि पौराणिक एवं ऐतिहासिक स्थलों से घिरा हुआ है। यहां रणछोर धाम, देवगढ, मुचकुन्द गुफा, दशावतार मंदिर सहित प्राकृतिक जंगल विधमान है। जहां पर देश विदेश से प्रतिदिन सैकडों की संख्या में सैलानी आते हैं। किन्तु ट्रेनों के बंद होने के कारण पर्यटकों को बहुत दिक्कतें सामने आ रहीं हैंं। आवागमन बहुत हद तक ठप्प हो गया है। उन्होनें आगे बताया कि पूर्व में पठानकोट, दादर अमृतसर, छत्तीसगढ एक्सप्रेस, साबरमती एक्सप्रेस, झेलम एक्सप्रेस, इटारसी पैसेंजर का नियमित ठहराव होता था। इन ट्रेनों से प्रतिदिन करीब 800 लोग आवागमन करते थे। जो कि अब पूरी तहर से बंद हो गया है। छात्र छात्राएं, दैनिक सरकारी, गैर सरकारी कर्मचारियों सहित क्षेत्रवासियों को यात्रा करने के लिए निजी वाहन या किराए के वाहन ढूंढने पडते हैं। जिसमें समय की बर्बादी होती है। उन्हौनें ट्रेनों के ठहराव, फुटओवर ब्रिज बनाये जाने की मांग की है। अन्यथा की स्थिति में क्षेत्रवासी आन्दोलन को बाध्य होंगें। इस दौरान पूर्व प्रधान रामेश्वर प्रसाद मिश्रा, सुदामा प्रसाद मिश्रा, रंजीत यादव, गीता देवी यादव, नासिर खान, रनवीर सिंह बुन्देला, गोलू यादव, कीर्ति देवी, सुबो सहरिया, लखन मिश्रा, सियाराम श्रृंगऋषि, जगदीश दुबे, जगदीश चौबे, श्याम किशोर कटारे, राकेश विश्वकर्मा, अखिलेश जैन, हल्के सिंह यादव, राजकुमार राय, पूरन प्रजापति, खुमान काकेरे, जमना प्रसाद, धर्मेन्द्र यादव, रामकुमार मिश्रा, मुकेश रैकवार, मनोहर लाल, मलखान सहरिया, ग्राम प्रधान बारौन देवी सहरिया, चंपालाल अहिरवार, निसार खान, रतिराम मिश्रा, भागीरथ सेन, आशा विश्वकर्मा, नंदू रजक, मनोज सेन वीरान सेन सहित अनेक क्षेत्रवासी मौजूद रहे। साथ ही समस्त क्षेत्रीय ग्राम प्रधान भी मौजूद रहे।