राकेश केसरी
कौशाम्बी। सीडीपीओ कार्यालय सरसवां में बुधवार को स्वयं सहायता समूह के लोगों ने राशन वितरण में अनियमितता को लेकर हंगामा किया। राशन वितरण कर रहे लिपिक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर उन्होंने अधिकारियों से भी वार्ता की। उनका यह भी आरोप है कि लिपिक लंबे समय से यहां तैनात है, ऐसे में वह मनमानी करने लगा है। इसके बाद समझाने बुझाने पर कम राशन लेकर चले गए। हालाकि अधिकारियों ने लिपिक पर पूर्व में इस प्रकार के आरोप लगाने की बात कहते कार्रवाई की कही है। सरसवां सीडीपीओ कार्यालय से करीब एक सप्ताह से ड्राई राशन का वितरण हो रहा है। बुधवार को रायपुर, रानीपुर, हटवा व भारतपुर गांव के समूहों को राशन का वितरण होना था। समूह के सदस्य राशन लेने पहुंचे तो वहां तैनात लिपिक आशीष कुमार उनको कम राशन दे रहे थे। उनका आरोप है कि लिपिक से पूरा राशन देने की बात कही तो वह आन कानी करने लगे। बात वाद विवाद तक पहुंच गई। इसके बाद समूह के सदस्यों ने हंगाम शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि मामला अधिकारियों के संज्ञान में आया तो लिपिक ने कुछ लोगों को पूरा राशन दिया। शेष को कम राशन देकर पूरे राशन पर हस्ताक्षर करा लिया। उनको बाद में बकाए राशन देने का आश्वासन दिया। जय मां सरस्वती स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष सरस्वती देवी ने बताया कि लिपिक हर माह इसी प्रकार से परेशान करता है। शिकायत के बाद भी कदम नहीं उठाया जा रहा है। इसके कारण गांव में सभी को राशन नहीं मिल पाता। किसी प्रकार कम राशन देकर लोगों को मनाना पड़ता है। बताया कि लिपिक यहां तीन साल से अधिक समय से तैनात है। ऐसे में वह अब मनमानी करने लगा है।
बोेले सीडीपीओ
प्रभारी सीडीपीओा सरसवां सुशील कुमार ने मामले को लेकर कहा कि लिपिक के खिलाफ इस प्रकार की शिकायत लंबे समय से मिल रही है। इसको लेकर जिला कार्यक्रम अधिकारी से वार्ता होगी। इसके बाद लिपिक पर कार्रवाई होगी।
बोले लिपिक आशीष कुमार ने बताया कि कुछ पैकेट फटे होते हैं। इनको लेने से आंगनबाड़ी कार्यकत्री इंन्कार करती है। ऐसे में उनको कम राशन दिया जाता है। आंगनबाड़ी कम राशन में भी संतुष्ट हैं। गांव में वितरण हुुआ की नहीं यह जांच करना मेरी जिम्मेदारी नहीं है। वह गांव में क्या करती हैं इसकी जांच के लिए अन्य लोग हैं। कितनों को राशन दिया गया यह उनका काम है।