राकेश केसरी
अधिकारियों के बाद कर्मचारियों को मिलेगा प्रशिक्षण
कौशाम्बी। गांव के विकास को लेकर तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के लिए पंचायती राज विभाग कर्मचारियों को प्रशिक्षण दे रहा है। बुधवार को जिला पंचायत रिसोर्स सेंटर में प्रशिक्षण का शुभारंभ हुआ। पंचायती विभाग से जुड़ी सभी कर्मचारियों को 26 नवंबर तक प्रशिक्षित किया जाना है। पहले दिन खंड विकास अधिकारी व सहायक पंचायत अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए उप निदेशक पंचायत जयदीप त्रिपाठी ने कहा कि ग्राम स्वराज अभियान चलाया जा रहा है। इसमें सबका साथ, सबका गांव, सबका विकास कार्यक्रम प्रमुख है। इसका उद्देश्य सामाजिक सौहार्द को बढ़ावा देना है। जिससे गरीब परिवारों तक योजनाएं पहुंचे। राज्य व केंद्र सरकार की विभिन्न जन- कल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों से वंचित रह गए सभी लोगों को इनके दायरे में लाकर लाभान्वित करना है। हम सब की जिम्मेदारी है। कहा कि योजना का उद्देश्य पंचायतों व ग्राम सभा की क्षमता व प्रभावशीलता में अभिवृद्धि में आम-आदमी की भागीदारी प्रमुख है। कार्यक्रम से पंचायतों को निर्णय लेने व उत्तरदायित्व निभाने में सक्षम बनाने का काम हम से को करना है। इसकी जानकारी पंचायतों तक पहुंचे। इसके लिए जागरूक करना भी जरूरी है। डीपीआरओ डा. बाल गोविंद श्रीवास्तव ने बताया कि जो काम हम कर रहे हैं। उसे अब तक तकनीकी रूप से करन ही और सकारात्मम परिणाम लाना ही योजना का मुख्य उद्देयय है। हम सब को संवैधानिक व्यवस्था में पंचायतों को सशक्त रूप देना है। बताया कि यह याजना १५वें वित्त आयोग की रिपोर्ट की अवधि के साथ ही समाप्त होगी। कार्यक्रम के दौरान खंड विकास अधिकारी मंझनपुर देवेंद्र ओझा, सरसवां सतीश कुमार सिंह, कौशांबी प्रवीण कुमार, नेवादा विमल पांडेय, चायल विजय त्रिपाठी, एडीओ पंचायत मंझनपुर कमलाकांत मिश्र, कौशांबी जितेंद्र शुक्ला, सरसवां लाल बहादुर समेत सभी खंड विकास अधिकारी व एडीओ पंचायत मौजूद रहे।
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इन नौ बिंदुओं पर होना है काम
स्वस्थ गांव, बच्चों के अनुकूल गांव, जल पर्याप्त गांव, स्वच्छ और हरा-भरा गांव, गांव में आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचा,सामाजिक रूप से सुरक्षित गांव, सुशासन वाला गांव, ग्राम विकास में बढ़ोतरी।