राकेश केसरी
कौशाम्बी। कभी लोग कुछ खास मौकों पर शौकिया जाम को होठ से लगाते थे लेकिन अब यह बकायदा आदत में शुमार होती जा रही है। युवा पीढ़ी तो इसकी आदी होती जा रही है। नशे के चलते जहां घर-परिवार टूट रहे हैं। रिश्तों में दरार पड़ रही है वहीं आए दिन अप्रिय घटनाएं हो रही हैं। कुछ वर्षो पहले लोग शादी-विवाह या कुछ खास मौकों पर शराब का सेवन करते थे। उसका भी एक पैमाना होता था लेकिन अब वह पैमाना हटता जा रहा है। युवा पीढ़ी शराब के नशे में डूबती जा रही है जिसके कारण उनको तमाम तरह के नुकसान भी उठाने पड़ रहे हैं। कुछ दिनों पहले करारी-मंझनपुरमार्ग पर दीवर कोतारी के पास तीन बाइक सवार युवकों को जीप ने टक्कर मार दी थी। जीप चालक नशे में धुत था। शराब के कारण पिछले कुछ दिनों में कई विवाहित जोड़ों की जिंदगियां बर्बाद हुई हैं। करारी इलाके की एक विवाहिता ने पिछले दिनों पुलिस से शिकायत की थी कि उसका पति आए दिन शराब पीकर उसे मारता-पीटता है। पति की प्रताडना से तंग इस विवाहिता ने अब तलाक ले लिया है। इसी तरह कोखराज के बिसारा गांव में भी पति के शराब पीने की आदत से आजिज तीन बच्चों की मां अपने मायके चली गई तो फिर लौटकर दोबारा घर नहीं आई। ऐसे अनेकों मामले सामने आए हैं जब शराब ने कभी सात जन्मों के रिश्तों को तोड़वा दिया तो कभी मौत के मुंह में धकेल दिया। कभी अपनों से जुदा कर दिया तो कभी पशुता करने पर मजबूर कर दिया। बुद्धिजीवी वर्ग नशे को लेकर बेहद चिंतित हैं। उनका कहना है कि समाज सेवी संगठनों और अन्य जिम्मेदारों को युवा पीढ़ी को नशे की गिरफ्त से छुड़ाने के लिए पहल करनी चाहिए। इस संबंध में महिला थानाध्यक्ष मंझनपुर का कहना है कि महिलाओं को स्वावलंबी बनना चाहिए जिससे अपने बच्चों का पालन-पोषण खुद कर सकें। पति शराबी हो तो साथ छोडने के बजाए उसे समझाना चाहिए।