राकेश केसरी
कौशाम्बी। क्षेत्र की अधिकांश सड़कों की हालत दयनीय है। जहां चलना राहगीरों के लिए जान जोखिम में डालने के बराबर है। पर क्या किया जाए, डगर कठिन होने के बाद भी इन्हीं रास्तों पर चलना लोगों के लिए मजबूरी बना रहता है। शमसाबाद से रामपुर धमावा मार्ग एक दशक पूर्व बनी यह सड़क वर्तमान में अधिकतर जगहों पर अपना अस्तित्व खो रही है। बावजूद इसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है। सड़कों के बीच अनगिनत गड्ढों ने स्थान बना लिया है तो गिट्यिां भी इधर-उधर बिखर चुकी है। राहगीरों के लिए सफर सिर्फ कष्ट दायक ही नहीं रहता, बल्कि हर समय किसी दुर्घटना के खतरे की शंका भी पैदा किए रहता है। चार किमी लंबे इस मार्ग पर दर्जनो गांवों का आवागमन है, बावजूद इसके सड़क मरम्मत की दिशा में किसी जिम्मेदार द्वारा कोई पहल नहीं की जा रही है। समाजसेवी विनोद कसेरा का कहना है कि दो-तीन वर्ष से सड़क राहगीरों की कड़ी परीक्षा ले रही है, परंतु विभाग अनजान बना हुआ है। वही ग्रामीणो का कहना हैं कि आए दिन लोग दुर्घटना का शिकार होकर चुटहिल हो जाते हैं, किसी दिन बड़े हादसे की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों से सड़क मरम्मत कराने की मांग की है।