इन्द्रपाल सिंह प्रिइन्द्र
फसल बीमा जागरूकता को लेकर कृषि विभाग ने किया आयोजन
ललितपुर। फसल बीमा जागरूकता के लिये सीएससी संचालको के द्वारा जागरूकता बाइक रैली का आयोजन किया गया। उप कृषि निर्देशक कार्यालय से जिला कृषि अधिकारी राजीव कुमार भारती उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी सोनू मंगल द्वारा हरी झंडी दिखा कर किया गया। विषय वस्तु विशेषज्ञ रमन सिंह गौतम मौजूद रहे। यह बाइक रैली कृषि भवन से निकल कर शहर के विभिन्न मार्गो से गुजर कर सीएससी आधार सेवा केंद्र पर समाप्त की गयी जिसके माध्यम किसानों को जागरूक कर अधिक से अधिक किसानों से फसल बीमा कराने की भी अपील की जा रही है। किसानों की सुविधा के लिए सीएससी से प्रधानमंत्री फसल बीमा की शुरुआत कर दी गई है, जिसकी अंतिम तिथि 31 दिसंबर है। जहां पर कोई भी किसान अपनी फसल का बीमा करा सकता है। अभी तक केवल गैर लोनी किसानों का बीमा सीएससी से होता था और लोन लेने वाले किसानों का बीमा बैंकों के माध्यम से प्रमाण पत्र लेकर किसी भी सीएससी केंद्र से अपनी फसल का बीमा आसानी से करा सकते हैं। किसानों को अब बीमा के लिए बैंकों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा संचालित कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से किसान अपनी फसल का बीमा कराकर योजना का लाभ ले सकते हैं। यह सुविधा अब गांव में ही खुले सीएससी पर मिल जाएगी।
क्या है फसल बीमा ?
प्राकृतिक आपदा कीट या बीमारी के कारण किसी भी अधिसूचित फसल के बर्बाद होने की स्थिति में किसानों को बीमा का लाभ और वित्तीय समर्थन देने के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत की गई थी। फसल का नुकसान होने पर 7 दिन के भीतर राज्य सरकार द्वारा इस प्रावधान की घोषणा करनी होती है, जबकि 15 दिन के भीतर बीमा क्षेत्र में बीमा कंपनी व राज्य सरकार की संयुक्त कमेटी प्रभावित किसानों की फसल का निर्धारण करती है। इसके बाद मुआवजा की घोषणा होती है।
बीमा कराने में लगेंगे यह पेपर
सीएससी के जिला प्रबंधक मोहम्मद अन्सार व संजीव कुमार ने बताया कि किसान किसी भी किसान को फसल बीमा कराने के लिए सीएससी केंद्र पर जाकर अपना आधार कार्ड बैंक खाते की जानकारी खसरा खतौनी फसल बोने का स्वप्रमाणित घोषणा पत्र मोबाइल नंबर और फसल संबंधी जानकारी दर्ज करा कर बीमा करा सकते हैं।