इन्द्रपाल सिंह प्रिइन्द्र
गब्बर अध्यक्ष तो रामदास सर्वोहम उपाध्यक्ष बनें
ललितपुर। अमझरा सरकार श्री 1008 हनुमान जी महाराज की पावन भूमि पर एवं समाज की धर्मशाला में बैठक आहूत की गई है। रामदास सर्वोहम ने शिक्षा पर विशेष जोर दिया और समाज में फैली कुरीतियों को समाप्त करने की बात कही। वहीं शिक्षा विकास का अहम हिस्सा है और चूंकि बुनकर समाज कोरी की उपजाति हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव का आदेश जाति प्रमाण पत्र बनने का 2019 में हो चुका था, लेकिन जिलाधिकारी ने 30 प्रतिशत लोगों को जाति प्रमाणपत्र निर्गत कर दिये है। बाकी 70 प्रतिशत लोगों के जाति प्रमाणपत्र बनना अभी बाकी हैं। जिसको बनवाना संगठन की प्राथमिकता रहेंगी। बर्षों से आरक्षण होते हुए भी समाज को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा था कुछ तथाकथित नेताओं के चलतें और समाज के बिखंडन के चलते यह संभव नहीं हो पाया है लेकिन अब समाज एकजुट हैं और शीघ्र ही एक डेलीगेशन जिलाधिकारी से मिलकर प्रमाण पत्र निर्गत करवायेगा। इसमें सबकी सहमति हैं वहीं अध्यक्षीय उद्बोधन में गब्बर बुनकर ने बताया कि जाति प्रमाणपत्र निर्गत नहीं होने से समाज का विकास रूका हैं और शिक्षा के क्षेत्र में अनुदान न मिलने से बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ा है। साथ ही प्रधानी,पार्षद व अन्य चुनाव हम लोग नहीं लड़ पाते हैं इसीलिए अब पूरी लड़ाई लड़ी जायेंगी व सूबे के मुखिया से भी लखनऊ जाकर मुलाकात करेंगे और अपनी समस्या रखी जायेगी। वहीं अन्य वक्ताओं ने भी समर्थन किया हैं बैठक की अध्यक्षता पूरन डाक्टर साहब व संचालन रामदास सर्वोहम ने किया। बैठक में उपस्थित समाजबंधु ने समिति का गठन किया हैं जिसमें अध्यक्ष गब्बर टेनगा, उपाध्यक्ष रामदास सर्वोहम, कोषाध्यक्ष कोमल विरधा, सचिव रतीराम चौकी, महासचिव भूरे मड़ावरा, मंत्री लक्ष्मन बुनकर, मीडिया प्रभारी रामदयाल पाह, महामंत्री रतनलाल सौजना, सदस्यों में भूपेंद्र, रामकुमार,सुरपाल, रामप्रसाद गुढ़ा,अशोक कुमार गुमची, खुशीलाल महरौनी, विंद्रावन कुरौरा, प्यारेलाल जखौरा,रमेश प्रसाद महरौनी, घनश्याम गौना, जोधन धुरवारा, मूलचंद्र विलाटा, राकेश मिदरवाहा, राजेश गौना, तिलकराम बस्त्रावन, राजपाल बगसपुर, शतेंद्र बनयाना, थानसिंह बनयाना, नीलेश झरकौन, रामपाल भौरदा, रवि समोगर, अनिल माते महरौनी आदि मनोनीत हुए।