इन्द्रपाल सिंह प्रिइन्द्र
मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर उठायी समस्या निराकरण की मांग
ललितपुर। विभिन्न समस्याओं को लेकर विद्युत संघर्ष समिति के बैनर तले विद्युत अभियंताओं व कर्मचारियों ने जिला परिषद स्थित कार्यालय के प्रांगण में धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान समिति संयोजक अविनाश जैन ने कहा कि बिजली कर्मियों द्वारा विगत कोरोना काल में अपनी जान जोखिम में डालकर पूर्ण मनोयोग से कार्य करते हुए निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की है। विगत सितम्बर माह में ऐतिहासिक 26500 मेगावाट से ज्यादा की बिजली का पारेषण व वितरण किया गया है। लेकिन विगत काफी समय से ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन के स्वेच्छाचारी व नकारात्मक रवैये से एवं लंबित न्यायोचित समस्याओं के समाधान न होने से बिजली कर्मियों में व्यापक स्तर पर रोष व्याप्त है। अवगत करना है कि शीर्ष प्रबन्धन के स्वेच्छाचारी रवैये के विरोध में एवं बिजली कर्मियों की न्यायोचित समस्याओं के निराकरण हेतु 27 अक्टूबर 2022 को शीर्ष प्रबन्धन एवं 08 नवम्बर 2022 को अपर मुख्य सचिव (ऊर्जा), उप्र शासन को नोटिस (संलग्न) प्रेषित की गयी थी किंतु उक्त नोटिस पर संघर्ष समिति से शीर्ष प्रबन्धन द्वारा कोई भी वार्ता नहीं की गयी है जो बिजली कर्मियों की समस्याओं के प्रति शीर्ष प्रबन्धन की हठधर्मिता व उदासीनता दर्शाता है। इसके दृष्टिगत विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र द्वारा लोकतांत्रिक तरीके से व शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलनात्मक कदम उठाने हेतु बाध्य होना पड़ा है जिसके अनुक्रम में विगत 03 नवम्बर से लगातार प्रदेशव्यापी जनजागरण चलाया जा रहा है। अतएव विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र द्वारा पूर्व में लिये गये निर्णयानुसार समस्त ऊर्जा निगमों के सभी कर्मचारी, अवर अभियन्ता व अभियन्ता 22 नवम्बर 2022 से नियमानुसार कार्य आन्दोलन एवं 28 नवम्बर 2022 सायं 05 बजे समस्त जनपद/परियोजना मुख्यालयों पर मशाल जुलूस कार्यक्रम 29 नवम्बर 2022 को सुबह 8 बजे से सभी ऊर्जा निगमों के समस्त कर्मचारी व अभियन्ता अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करने हेतु बाध्य है। उन्होंने मुख्यमंत्री से विद्युत कर्मियों की समस्याओं को दूर करने की मांग उठायी। विद्युत अभियंताओं के अलावा राकेश, शाहिद खां, बृजेश कुमार, महेन्द्र कुमार, प्रताप सिंह, रामपाल सिंह, सुनील परिहार, अजुरूद्दीन, जगतपाल, रामाधार, देशराज, सुजान, जीवनलाल, अनुराग, आशुतोष, सत्येन्द्र प्रताप, शब्बीर खान, राजकुमार, मनोज कुमार, रोहित कुमार, मोहनलाल, रामसेवक, बब्लू, पर्वत सिंह के अलावा अनेकों कर्मी मौजूद रहे।