इन्द्रपाल सिंह प्रिइन्द्र
यातायात नियमों के पालन से रोकी जा सकती हैं दुर्घटनायें: क्षेत्राधिकारी सदर
ललितपुर। शासन द्वारा निर्धारित यातायात माह नवम्बर-2022 के तत्वाधान में क्षेत्राधिकारी सदर अभय नारायण राय, प्रबंधक प्रदीप चौबे एवं प्राचार्य प्रो. राकेश नारायण द्विवेदी के निर्देशन में यातायात विभाग के संयोजन में आज नेहरू महाविद्यालय ललितपुर में सड़क सुरक्षा जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर छात्र-छात्राओं को सड़क सुरक्षा के संबंध में शपथ दिलायी गई। सड़क सुरक्षा जागरूकता संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुये मुख्य अतिथि क्षेत्राधिकारी सदर अभय नारायण राय ने युवा शक्ति को अपार ऊर्जा एवं रचनात्मक प्रतिभा का भण्डार बताते हुये उन्हें देशसेवा एवं सामाजिक जनजागरूकता पैदा कर चेतना जाग्रत करने वाला संयमित एवं अनुुशासित प्रहरी बताया। उन्होनें इस बात पर विशेष चिन्ता जताते हुये कहा कि वर्तमान रफ्तार भरी जीवन शैली के चलते प्रत्येक व्यक्ति समयाभाव के चलते शार्टकट तरीकों को विशेष प्राथमिकता दे रहा है, किन्तु सड़क पर चलते समय इस प्रकार के शार्टकट एवं यातायात नियमों के प्रति लापरवाही के चलते आमतौर पर जीवन के संकटपूर्ण हो जाने की स्थितियां बन जाती हैं, जिन्हें यातायात नियमों के अनुपालन से रोका जा सकता है। प्रबंधक प्रदीप चौबे ने कैडिटों को विद्यार्थी जीवन में अनुशासित एवं चरित्रवान बनकर राष्ट्र की चुनौतियों से निपटने एवं समाजसेवा के नैतिक दायित्वों का समर्पण भाव से अनुपालन करने पर बल दिया। उन्होनें कहा कि तरक्की एवं बेहतर नागरिक बनने के मूल में भारतीय संस्कृति का सेवा कार्य ही सर्वप्रमुख है। व्यक्ति को सेवा कार्य करने के लिये आदेश अथवा निर्देश नहीं वरन् सेवा एवं जागरूक चेतना की उत्कर्ष भावना ही प्रेरित करती है। नेमवि प्राचार्य ने कहा कि राष्ट्र-प्रेम एवं देशसेवा के साथ-साथ सामाजिक सुरक्षा की सामाजिक जिम्मेदारी है, जिसके लिये हमें सदैव तैयार रहना चाहिये। समाज में बढ़ती अनुशासनहीनता एवं यातायात नियमों की अवहेलना के चलते सड़क दुर्घटनाओं के ग्राफ में तेजी से वृद्वि होती जा रही है। वास्तव में सड़क पर चलने को लोग आमतौर पर गंभीरता से नहीं लेते हैं, हर कोई वाहन लेकर सड़क पर फर्राटा मारना चाहता है तथा यातायात नियमों की अनदेखी करता देता है। संस्कृत विभागाध्यक्ष प्रो. ओमप्रकाश शास्त्री ने कहा कि नशा, नींद और रफ्तार ये दुर्घटना के कारण हैं, लेकिन आजकल लोग मोबाइल से वार्ता करते हुए वाहन चलाने से दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रहे हैं। वे स्वयं घायल हो रहे हैं और सामने वाले व्यक्तियों को भी घायल कर रहे हैं। वाहन चलाते समय चारों कारणों से बचना चाहिए। राजनीति विज्ञान के असि. प्रो.डा.मनोज कुमार ने कहा कि आप सभी युवा देश के भविष्य हैं। अतएव यातायात के नियमों का पालन कड़ाई से करें, जिससे आप स्वयं सुरक्षित रहकर देश की उन्नति में योगदान दे सकें। यातायात विभाग से आये अतिथि एस.वी.सिंह, महावीर धनगर और रूपेश वर्मा ने सभी से सड़क पर वाहन खड़ा न करने, वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग न करने, तेज एवं असंगत हार्न के प्रयोग से बचने, हेलमेट एवं कार सीट बेल्ट का प्रयोग करने, टैक्सियों में ओवरलोडिग़ तथा ओवरटेक न करने तथा सदैव सड़क के बायीं ओर चलने एवं यातायात अन्य नियमों का पूर्णत: अनुपालन करने का वाहन चालकों से आव्हान किया। वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डा.ओ.पी. चौधरी ने कहा कि सभी को अत्यंत सावधानी बरतने की आवश्यकता है, क्योंकि सावधानी हटी और दुर्घटना घटी। हमें दुर्घटना से देर भली सूत्र पर अमल करते हुए सावधानी से वाहन चलाने की आवश्यकता है। इसके पूर्व नैनसी पाटकार, मेघना मालवीय ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। इस मौके पर डा.सुधाकर उपाध्याय, डा.सूबेदार यादव, डा.बलराम द्विवेदी, डा.राजेश तिवारी, डा.राजीव निरंजन, डा.प्रीति सिरौटिया, डा.रजनी चौबे, डा.गीरेन्द्र सिंह, फहीम बख्श, संजय शर्मा, श्रीपत सिंह, भरत सिंह, अंकित चौबे, दीपक रावत, कामता शर्मा, राकेश, कमलेश प्रजापति, रामसेवक आदि उपस्थित रहे। संचालन डा.ओ.पी.चौधरी एवं डा.सुधाकर उपाध्याय ने सभी का आभार व्यक्त किया।