राकेश केसरी
आयुक्त के निर्देश के 24 घंटे बाद भी मंझनपुर तहसील प्रशासन नहीं गिरा सका अवैध निर्माण
कौशाम्बी। जिले में आयुक्त प्रयागराज के निर्देश का कितना पालन होता है,इसको देखना है तो आपको मंझनपुर तहसील क्षेत्र के करारी क्षेत्र में चलना होगा,जहां सरकारी भूमि पर अवैध निर्माण को गिराए जाने के निर्देश आयुक्त ने मंझनपुर तहसील प्रशासन को दिया,आयुक्त के निर्देश को 24 घंटे से अधिक बीत चुके हैं। अवैध तरीके से निर्माण हुए भवन को आयुक्त प्रयागराज के निर्देश को 24 घंटे बीत जाने के बाद भी ध्वस्त नही कराया गया है। अवैध कब्जा करने वाले लोगों को बचाव के रास्ते दिखाए जा रहे हैं,राजनीति शुरू हो गई है सिफारिश होने लगी है और यह कहा जा रहा है कि अवैध निर्माण करने वाला अपने से निर्माण को ध्वस्त कर देगा,प्रशासन उस पर जेसीबी लगाकर अवैध निर्माण को ध्वस्त कराने का प्रयास नहीं कर रहा है,शिकायतकर्ता से जेसीबी उपलब्ध कराए जाने की बात की जा रही है। जबकि प्रदेश सरकार ने साफ शब्दों में कहा कि अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाकर तत्काल गिराया जाए,लेकिन मंझनपुर तहसील क्षेत्र में सरकार का आदेश लागू होता नही दिख रहा है। आयुक्त प्रयागराज का आदेश भी लागू होता नही दिख रहा है,कानून व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतर चुकी है और सब कुछ मनमानी तरीके से हो रहा है। लगभग लगभग 1 महीने पूर्व एसडीएम मंझनपुर ने आदेश किया था,कि बंजर भूमि पर जो निर्माण हुआ है,उसको पूर्ण रुप से ध्वस्त करवाया जाए,कानूनगो जेसीबी लेकर गए और आधा अधूरा समतल कार्य करके वापस चले आए थे,जब उनसे लोगो ने यह कहा कि बंजर भूमि का निर्माण पूर्ण रूप से समतल क्यों नहीं किया गया तो उन्होंने यह कह कर टाल दिया था कि आगे की तरफ कीचड़ है,जेसीवी कीचड़ में नहीं जा पाएगी जब सूखेगा तब जेसीवी चलेगी और 4 दिसम्बर से उक्त बंजर भूमि में फिर अवैध निर्माण कार्य बड़ी तीव्र गति से शुरू हो गया,लोगो ने जिसकी सूचना तत्काल कानूनगो को दी परंतु उसमें 6 दिसम्बर तक किसी भी प्रकार से रोक नहीं लगाया गया,जिस पर लोग आयुक्त प्रयागराज मंडल से मिले और मंझनपुर तहसील के लुका छुपी खेल को उजागर किया। शिकायतकर्ता की बात सुनकर आयुक्त ने तत्काल जेसीबी लगाकर अवैध निर्माण को धराशाई करने का निर्देश दिया,लेकिन उनका निर्देश भी हवा हवाई ही साबित हो रहा है।

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