इन्द्रपाल सिंह प्रिइन्द्र
संकट की घड़ी में रक्तवीर निभा रहे अपनी जिम्मेदारी : नायक
किसी की जान बचाने के लिए एक सरल उपाय रक्तदान करे : दीपक राठौर
सौरभ रजक ने दूसरी बार किया रक्तदान
ललितपुर। प्रत्येक व्यक्ति को जरूरतमंद मरीजों के लिए आगे आकर रक्तदान करना चाहिए। रक्तदान सबसे बड़ा दान है। एक बार जरूर करके देखो। इससे न सिर्फ आपके मन को सुकून मिलता है। बल्कि, गंभीर बीमारों व पीडि़तों को जीवन दान भी मिलता है। इसी को लेकर जय अंबे रक्तदान सेवा समिति की सराहनीय पहल लगातार जारी रक्तदान ही है, जो न केवल किसी जरूरतमंद का जीवन बचाता है बल्कि जिंदगी बचाकर उस परिवार के जीवन में खुशियों के ढ़ेरों रंग भी भरता है। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए शनिवार को सौरभ रजक ने दूसरी बार रक्तदान किया। नजाई बाजार में रहने वाली एक गर्भवती महिला को रक्त देकर इंसानियत का फर्ज अदा किया है। सौरभ रजक ने दूसरी बार रक्तदान किया जिसकी लोग सराहना कर रहे है। जिला चिकित्सालय में नजाई बाजार स्थित देखने वाली रोहित दुबे की पत्नी की डिलीवरी होनी थी। जांच के लिए जब वह हॉस्पिटल पहुंची तो डॉक्टर ने शरीर में रक्त की कमी बताते हुए डिलीवरी के दौरान ब्लड की जरूरत होने की बात कही महिला के परिजन ब्लड की जानकारी करते हुए जय अंबे रक्तदान समिति पास पहुंचे तो समिति द्वारा रक्त उपलब्ध कराया गया। महिला के परिजनों ने जय अंबे रक्तदान समिति का आभार व्यक्त किया। इस दौरान जय अंबे रक्तदान समिति के अध्यक्ष दीपक राठौर, पत्रकार संजय नायक आदि अनेक सदस्य उपस्थित रहे।
रक्तदान करने के हैं कई फायदे, दिल की बीमारियों का खतरा भी रहता है कम
रक्तदान महादान है। खून के अभाव में किसी की जान न जाए, इसके लिए सभी को जागरूक होने की जरूरत है।स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता है। उसके रक्तदान से किसी भी अपरिचित व्यक्ति की जान बच सकती है। रक्तदान करने से किसी भी प्रकार की कोई दिक्क्त नहीं आती है और न ही कमजोरी महसूस होती है। डर, संकोच और झिझक के कारण अधिकांश लोग रक्तदान करने से बचते हैं। लेकिन यह सब भ्रामक है। 18 साल से अधिक उम्र का कोई भी स्वस्थ व्यक्ति जिसका वजन कम से कम 48 किलो है। वह रक्तदान कर सकता है। रक्तदान करने से कई सारी बीमारियों से निजात मिलती है। नियमित रक्तदान से हार्ट की समस्याओं से भी बचाव किया जा सकता है। ब्लड यानी खून एक ऐसी चीज है जिसे बनाया ही नहीं जा सकता।

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