राकेश केसरी
कौशाम्बी। कडा विकास खण्ड के सौंरई बुजुर्ग का सरकारी नलकूप खराब होने की वजह से आसपास के खेत पानी के लिये तरस गये। किसानों को निजी नलकूपों का सहारा लेना पड़ रहा है। इससे सिंचाई काफी महंगी पड़ रही है। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि सौंरई बुजुर्ग गाँव का सरकारी नलकूप 31 के लगभग 10 वर्षो से खराब है। इस वजह से आसपास के लगभग 25 बीघे खेत पानी को तरस रहे हैं। जिम्मेदार अफसर न तो इसकी मरम्मत की ओर ध्यान दे रहे हैं और न ही इसके रिबोर की पहल कर रहे हैं। अब तो किसानों को निजी नलकूप का सहारा रह गया है। निजी नलकूप संचालक प्रति घण्टा सौ रुपये लेते हैं। यह दाम किसानों पर बहुत भारी पड़ रहा है। क्षेत्रीय लोगों ने जिला प्रशासन का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया है।