राजेश सिंह
तिरपन हजार पेंशन धारकों के सत्यापन का कार्य पूर्ण, 46 हजार छात्र आश्रम पद्यति विधालयों में ले रहे मुफ्त आवासीय शिक्षा
मुलाकात- डॉ हरीओम, प्रमुख सचिव, समाज कल्याण
लखनऊ। समाज कल्याण विभाग आगामी महज सौ दिनों में 82 हजार गरीब कन्याओं के हाथ पीले करायेगा। इसके लिए विभाग ने पैसे का भी इंतजाम कर लिया है। साथ ही प्रदेश में 47 हजार से अधिक बृद्धावस्था पेंशन धारकों के ब्यौरे के सत्यापन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। वहीं विभाग द्वारा संचालित आश्रम पद्यति विघालयों में 46 हजार से अधिक बच्चे मुफ्त आवसीय शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। यह कहना है कि समाज कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव डॉ हरीओम का। प्रमुख सचिव समाज कल्याण डॉ हरीओम ने एक मुलाकात के दौरान बताया कि विभाग द्वारा गरीब कन्याओं की शादी सामूहिक विवाह के माध्यम से कराता है। इस वित्तीय वर्ष में अब तक 18 हजार शादियां हो चुकी है जिसमें 1600 मुस्लिम जोड़े शामिल हैं। इस योजना के तहत युवतियों को 35 हजार रुपए नगद, दस हजार का रुपए का ग्रहस्थी का सामान एवं छह हजार रूपए आयोजन पर खर्च किये जाते हैं। अगले करीब सौ दिनों में यानी 31 मार्च तक 82 हजार कन्याओं की शादियां और कराने का लक्ष्य तय किया गया है। इस योजना के तहत सरकार द्वारा बजट में 600 करोड़ रूपए आवंटित किये गए थे जिसमें से करीब सौ करोड़ रूपए खर्च हो चुके हैं।
साथ ही 500 करोड़ रूपए में 82 हजार शादी करायी जायेगी। इस योजना का लाभ कोई भी लडकी ले सकती है बशर्ते उसके परिवार की सालाना आय ढाई लाख रुपए से अधिक न हो। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 53 लाख 50 हजार बृद्धजनों को विभाग द्वारा एक हजार रूपए मासिक पेंशन दी जा रही थी। इन पेंशन धारकों का सत्यापन कर उनके पेपर को आधार कार्ड से लिंक कराया गया। इसमें करीब 3 लाख लोग मृतक पाये गए और सात लाख लोग अपने दिये गए पते पर नहीं मिले। इस तरह करीब दस लाख नये बृद्धजनोंं को इस पेंशन का लाभ दिलाने की कार्यवाही की जा रही है। डॉ हरीओम ने बताया कि प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी अभ्योदय कोंचिग यूपी के सभी जनपदों में आरंभ कर दी गयी है। लेकिन कुछ महानगरों में छात्रों की संख्या अधिक हो गयी है वहां पर एक एक कोचिंग और आरंभ करने की व्यवस्था की जा रही है। वर्तमान में प्रदेश की 75 अभ्योदय कोचिंग केन्द्रों में 46 हजार छात्र मुफ्त शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
इनमें जेई, सिविल सर्विसेज, नीट आदि की पढ़ाई करायी जाती है। इनमें पढा?े के लिए गेस्ट प्रवक्ता रखे गए है जिन्हें दो हजार रूपए प्रति लेक्चर की दर से भुगतान किया जाता है। इन गेस्ट प्रवक्ताओं का चयन जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जनपदों में बनी कमेटी करती है। इस योजना का लाभ गरीब मेघावी छात्रों को भरपूर मिल रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 448 अनुदानित विघालयों में करीब 59 हजार छात्र पढ़ रहे हैं। इन बच्चों को विभाग द्वारा कोई सुविधा नही दी जा रही है। इन छात्रों को मिल रही किताब कापी ढवं ड्रेस की सुविधा 2006 से ही बंद करा दी गयी है। प्रमुख सचिव ने बताया कि प्रदेश के सभी जनपदों में एक- एक आश्रम पद्यति विघालयों का संचालन विभाग द्वारा किया जा रहा है। इस तरह प्रदेश के 75 आश्रम पद्यति विघालयों में 46 हजार बच्चें नि: शुल्क आवसीय शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इनमें एनसीआरटी का पाठ्यक्रम पढ़ाया जा रहा है इन छात्रों की उम्र 6 से 14 साल के बीच की है। इस तरह समाज कल्याण विभाग बच्चों, युवाओंं के साथ बृद्धजनों का भरपूर ध्यान रख रहा है।
बृद्धाश्रम में मस्त रहते हैं बुजुर्ग
डॉ हरीओम ने बताया कि समाज कल्याण विभाग द्वारा बृद्धजनों के लिए प्रदेश के सभी जनपदों में एक- एक बृद्धाश्रम संचालित किये जा रहे हैं। इनमें करीब 5 हजार बुजुर्ग निवास करते हैं जिनके लिए खाना, नाश्ता, दवाएं एवं मनोरंजन के लिए टीबी एवं पढ?े के लिए समाचार पत्र आदि सुविधाएं दी जाती है। यहां पर रहने वाले बुजुर्गो से कोई भी पैसा नहीं लिया जाता। इन आश्रमों में में रहने वाले पात्र बुजुर्गो को बृद्धावस्था पेंशन भी दिलायी जा रही है। यहां पर रहने वाले बुजुर्ग घरों में निवास करने वाले बृद्धजनों से कहीं अधिक प्रसन्न रहते हैं। क्योंकि घरों में बुजुर्गो के साथ परिवार के सदस्य भी समय नहीं देना चाहते, जिससे वह अकेलापन महशूस करते हें। यहां पर एक दूसरे के साथ मित्रवत रहकर खुशहाल जिदंगी व्यतीत कर रहे हैं।