राकेश केशरी
कौशाम्बी। जिले की विभिन्न बाजारों में इन दिनों नशा के कारोबारियों द्वारा एक नया तरीका अपना लिया गया है। कारोबारी छोटे.छोटे रंग.बिरंगे रैपरों में औषधि के नाम पर लगभग दर्जन भर नामों से नशीली गोलियों की पैकिंग कर खुलेआम किराना,पान की गुमटियों पर बाकायदा सजा कर बेचा जा रहा है। नशीले पदार्थ के चपेट में नौजवान आ रहे है। क्षेत्रीय ग्रामीणों ने औषधि के नाम पर बिक रहे नशीले पदार्थो की बिक्री पर अंकुश लगाने की प्रशासन से मांग की है। बतां दें की विभिन्न बाजारों में इन दिनों विभिन्न रंग.बिरंगे रैपरों में भांग को पैक कर खुले आम एक व दो रुपये के पैकेट में परचून, पान की गुमटियों में गुटकों के साथ बकायदा सजा कर बेचा जा रहा है। यह गोली बड़ी आसानी से बाजार में मिल जाती है। इन गोलियों को खाने के बाद नौजवानों को नशा हो जाता है और वे घंटों इसकी गिरफ्त में रहते हैं। मजेदार बात यह है कि यह गोलिया औषधीय नामों से खुले आम बेची जा रही है। जिस पर न तो प्रशासन की नजर पड़ रही है। और न ही आबकारी विभाग की। इन गोलियों को बाजार में विभिन्न नामों में जिन्हे लहर, मुनक्का,मिनार आदि नाम दिया गया है। बाजारों में खुलेआम बेचकर बच्चों में नशे की लत को बढ़ावा दिया जा रहा है। क्षेत्रीय ग्रामीणों ने प्रशासन से मादक पदार्थो की बिक्री पर प्रशासन से अंकुश लगाने की मांग की है।

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