राकेश केशरी
कौशाम्बी। जिले में पुलिस विभाग के यूपीकॉप एप्लीकेशन पर उपलब्ध अधिकतर सूचनाएं अधूरी हैं या फिर गलत। वजह इसका अपडेट न होना है। आलम यह है कि गुंडा एक्ट, जिला बदर और बदमाशों पर इनाम जैसी सूचनाएं अपडेट करने में भी जिला पुलिस को एक सप्ताह का वक्त लग जा रहा है। डिजिटल इंडिया की सोच को साकार करने के लिए आनलाइन होने की ओर अग्रसर पुलिस महकमा यूपी कॉप में फेल हो गया है। अपराध व अपराधियों की सूचना सार्वजनिक करने, पुलिस की उपलब्धियां गिनाने समेत 28 तरह की सेवाएं देने वाला यह एप जिले में कारगर नहीं है। इस एप में ई-प्राथमिकी दर्ज करने, आवेदन देखने, खोई वस्तुओं की सूचना व पंजीकरण, थाने का जीपीएस लोकेशन, दुर्घटना चेतावनी क्षेत्र, चोरी व बरामद वाहनों की जानकारी, आचरण प्रमाणपत्र आवेदन, घरेलू सहायता, कर्मचारी व किराएदार के सत्यापन, जुलूस, विरोध व हड़ताल के पंजीकरण व अनुरोध, कार्यक्रम प्रदर्शन के लिए निवेदन, फिल्म शूटिंग, पोस्टमार्टम रिपोर्ट, वरिष्ठ नागरिक शिकायत एवं पंजीकरण, दिव्यांग सहायता, स्थिति ज्ञात करना, आपातकालीन हेल्पलाइन, अज्ञात शव, लापता व्यक्ति, इनामी अपराधी, गिरफ्तार आरोपितों के अलावा साइबर जागरूकता व अधिकारियों के नंबर जैसी सूचनाएं मिलनी थीं, जो नहीं मिल पा रही हैं। पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि यूपीकाप पर उपलब्ध सूचनाएं जिलास्तर से अपडेट की जाती हैं। प्राथमिकी दर्ज होने के दिन ही अपलोड और सूचनाएं अपडेट हों, इसके लिए थानों और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए जाएंगे।