राकेश केशरी
कौशाम्बी। जिलें के दर्जनों सफाई कर्मी अपना कार्य छोड़कर साहब की गाड़ी चला रहे हैं और अन्य कार्य कर रहे हैं। इनके पर्यवेक्षण अधिकारी आंख मूंद इन्हें वेतन की स्वीकृति दे रहे हैं। इनकी तैनाती वाले गांवों के ग्रामीणों को मालूम तक नहीं है कि उनके यहां किस सफाई कर्मी की नियुक्ति है। सरकार ने गांवों में सफाई व्यवस्था के लिए कर्मियों की नियुक्ति की है। बड़े पैमाने पर ग्रामीणों को रोजी.रोटी कमाने का मौका मिला। हालात यह हैं कि अधिकांश कर्मी या तो अधिकारी की नौकरी बजा रहे हैं या फिर नेताओ की चाकरी कर रहे हैं। यह सब कुछ ब्लाक पर तैनात एडीओ पंचायत की नाक के नीचे चल रहा है। जिलें कई ग्राम सभाओ के प्रधानों ने इसकी शिकायत डीपीआरओ से करते हुए अविलम्ब सफाई कर्मियों की तैनाती किए जाने की मांग की है।