राकेश केशरी
कौशाम्बी। तंबाकू उत्पाद बेचने के लिए व्यापारियों को संबंधित निकायों से लाइसेंस जरूरी किया गया है। लेकिन कौशाम्बी में अभी तक किसी भी निकाय ने इसके लिए कवायद नहीं की है और एक भी लाइसेंस जारी नहीं हुआ है। कोटपा (सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम) के तहत यह प्रावधान लागू किया गया है। पान की दुकान हो या परचून की, तंबाकू बेचने वाले सभी व्यापारियों को लाइसेंस जारी कराना होगा। बिना लाइसेंस बिक्री पर पांच हजार तक जुमार्ने का प्रावधान है। किसी शिक्षण संस्थान के 100 गज के दायरे में कोई लाइसेंस नहीं दिया जाएगा। चेतावनी सहित पैकेट बंद तंबाकू और सिगरेट ही बेचे जाएंगे। 18 वर्ष से कम उम्र के लोगों को तंबाकू उत्पादों की बिक्री नहीं की जाएगी। दुकान पर बोर्ड के केवल 15 फीसद हिस्से पर तंबाकू उत्पाद उपलब्ध होने का उल्लेख रहेगा। 85 फीसद भाग पर स्वास्थ्य चेतावनी लिखनी होगी। इसका उल्लंघन करने वाले उत्पादक को 10 हजार तक जुमार्ना और पांच साल तक की कैद तथा विक्रेता को तीन हजार तक जुमार्ना और दो साल तक की कैद हो सकती है। यूं तो नियम-कानून बहुत हैं, लेकिन इनका पालन कराने वाला यहां कोई नजर नहीं आ रहा। अभी तक किसी भी निकाय ने लाइसेंस प्रक्रिया शुरू नहीं की है। जबकि नगर क्षेत्रों में स्थानीय नगर निकाय तथा ग्रामीण क्षेत्रों में विकासखंड कार्यालयों की लाइसेंस जारी करने की जिम्मेदारी है। क्षेत्र, बिक्री आदि के हिसाब से शुल्क तय किया जा सकता है। इसलिए है जरूरी तंबाकू उत्पादों की बिक्री के लिए लाइसेंस इसलिए जरूरी है कि इस कारोबार और व्यापारियों की मॉनीटरिग हो सके। देखा जाए कि बिक्री स्थल के लिए तय नियम-प्रावधानों का पालन हो रहा है या नहीं।

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