राकेश केशरी
कौशाम्बी। ठंड का मौसम डिप्प्रेशन के रोगियों के लिए बेहद खतरनाक है। ऐसे समय में रोगी कोहरे से बचकर रहें। क्योंकि कोहरा उनके लिए सर्वाधिक हानिकारक है। ऐसे मरीज सूरज की रोशनी में बैठें तो अधिक लाभदायक है। यह सलाह डिप्रेशन रोगियों को रविवार को जिला अस्पताल के डा0 विजय केशरवानी ने दी। डन्होने बताया कि डिप्रेशन के मरीज ठंड के मौसम में अधिक परेशान होते हैं। क्योंकि बदली के कारण सूर्य नहीं निकलता। ऐसे में सूर्य की रोशनी के अभाव में परेशानी स्वाभाविक है। ऐसे में मरीजों में घबराहट होने लगती है। उन्होंने कहा कि सूर्य की रोशनी से ऊर्जा मिलती है। इसलिए डिप्रेशन रोगी सूर्य की रोशनी में अधिकतर रहने की कोशिश करें। इससे काफी लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि बदली हो तो घर से बाहर न निकलें। लेकिन घर का माहौल रोशनी से परिपूर्ण होना चाहिए। मरीज को पर्याप्त रोशनी मिले। क्योंकि रोशनी से जीवंतता आती है। प्रयास होना चाहिए रोशनी के संपर्क में रहें। इस दौरान चिकित्सक के सम्पर्क में रहने का प्रयास करें। चिकित्सक के बताए अनुसार सुझावों पर अमल करें। उन्होने बताया कि डिप्रेशन कई तरह का होता है। बहुत से लोगों को किसी खास मौसम में ही यह शिकायत होती है। इसे सीजनल डिसआर्डर कहते हैं। उनको घने कोहरे से बचना चाहिए। क्योंकि इस तरह के रोगियों को कोहरा व बदली वाला मौसम अधिक प्रभावित करता है। रोगी इस दौरान सकारात्मक सोचने का प्रयास करें। नकारात्मक बातों पर ध्यान न दें, इससे बेचैनी से बचे रहेंगे।

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