लखनऊ। लखनऊ में सर्द हवाओं ने कंपकंपी छुड़ा दी, दिन का पारा 6.4 डिग्री पहुंच गया। घने कोहरे के चलते सुबह 8.30 से 9 बजे तक दृश्यता शून्य रही। न्यूनतम पारा भी 3.3 डिग्री लुढ़क गया। मौसम विभाग ने आज और कल भी ऐसा ही मौसम रहने के आसार जताए गए हैं। रेड अलर्ट भी जारी कर दिया है। घने कोहरे के साथ गलन भरी भीषण ठंड ने प्रदेश में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। हड्डियों तक को कंपा देने वाली ठंड से मंगलवार को लोग घरों के भीतर भी ठिठुरते रहे। प्रदेश के अधिकतर जिलों में धूप का इंतजार दिन भर जारी रहा। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए प्रदेश के कई हिस्सों में घने कोहरे, शीतलहर और कोल्ड-डे कंडीशन को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। कई जिलों के लिए येलो और आॅरेंज अलर्ट जारी करते हुए अत्यधिक खराब मौसम की चेतावनी भी जारी की है।
लखनऊ में चुभती हवाओं के बीच सूरज के कोहरे से ढके होने से लोग मंगलवार को कांपते रहे। जबरदस्त ठंड के चलते दिन का पारा 6.4 डिग्री लुढ़ककर 10.6 डिग्री जा पहुंचा। न्यूनतम तापमान भी सोमवार की अपेक्षा 3.3 डिग्री कम होकर 6.7 डिग्री दर्ज हुआ। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिकों के मुताबिक, फिलहाल लखनऊ के लिए रेड अलर्ट है। यहां कोल्ड डे व शीतलहर से इनकार नहीं किया जा सकता है। इससे पहले सुबह की शुरूआत घने कोहरे से हुई। तड़के दृश्यता 50 मीटर तक थी। इसके बाद 8.30 बजे तक अचानक दिखना बंद हो गया। नौ बजे तक दृश्यता शून्य बनी रही। इसके बाद दृश्यता बढ़ी जरूर, पर अधिकतम 800 मीटर ही रही। लोग दिनभर गलन से कांपते रहे। वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, वर्ष 2003 की जनवरी में दिन का तापमान 10.2 डिग्री दर्ज हुआ था। वरिष्ठ वैज्ञानिक मो. दानिश ने बताया कि 2011 में भी दिन का तापमान 11 डिग्री के आसपास पहुंचा था। फिलहाल बुधवार और गुरुवार को भी ऐसा ही मौसम रहने के आसार हैं। मंगलवार को घर से निकले लोग ठिठुरते ही दिखे। रोजाना की तुलना में लोग ज्यादा मफलर, कोट, जैकेट, स्वेटर लादे रहे। घरों में भी आग ताप कर तो कहीं रूम हीटर से लोग ठंड को दूर भगाने की कोशिश करते दिखे।
कोल्ड डे और कोल्ड वेव का अंतर भी जानें
मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, कोल्ड डे तब होता है जब मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे हो। अधिकतम तापमान सामान्य से 4.5 से 6.4 डिग्री नीचे आने पर भीषण शीत दिवस होता है। वहीं, शीतलहर तब होती है, जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के नीचे हो और यह सामान्य से 4.5 से 6.4 डिग्री कम हो जाए। न्यूनतम तापमान चार डिग्री या इससे कम होने पर शीतलहर और दो डिग्री तक पारा पहुंच जाने पर भीषण शीत लहर होती है।