राकेश केशरी
कौशाम्बी। जिले को स्वच्छ और सुंदर बनाने की कवायद को जिले के अफसर ही पलीता लगा रहे हैं। अफसरों की अनदेखी के चलते प्रतिबंधित पॉलिथीन पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। खुलेआम शहर से लेकर कस्बों में प्रतिबंधित पॉलिथीन का इस्तेमाल हो रहा है। कूड़े के ढेरों में भी पॉलिथीन की अच्छी खासी मात्रा दिखाई दे रही है। डीएम सुजीत कुमार कौशाम्बी को स्वच्छ और सुंदर बनाने की कवायद में जुटे हुए हैं। सफाईकर्मियों से संवाद स्थापित करके वह अपनी मंशा जाहिर कर चुके हैं। वहीं जिले की स्वच्छता को सबसे ज्यादा खतरा प्रतिबंधित पॉलिथीन से ही है। पिछले तीन साल में दर्जनों बार पॉलिथीन की रोकथाम के लिए नगर पंचायतें व नगर पालिका और जिला प्रशासन ने अभियान चलाया, लेकिन इसके बाद भी पॉलिथीन की बिक्री व प्रयोग पर रोक नहीं लग सकी। दो महीने पहले दुकानदारों में कार्रवाई का डर होने की वजह से पॉलिथीन बाजार से खत्म हो चुकी थी, लेकिन अफसरों की ढिलाई के कारण एक बार फिर बाजार पर पॉलिथीन का कब्जा है। मंगलवार को शहर के कई स्थानों पर दुकानदारों और सब्जी विक्रेताओं को पॉलिथीन का प्रयोग करते हुए देखा गया। ऐसा नहीं है कि इस बात की किसी को जानकारी न हो। सभी अधिकारियों को भी जिलें के विभिन्न बाजारो में पॉलिथीन का प्रयोग किए जाने की जानकारी है।