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खून की जांच के लिए मरीजो को बहाना पड़ता है,पसीना

Monday, January 16, 2023

/ by Today Warta



राकेश केशरी

कौशाम्बी। जिला अस्पताल में पैथोलॉजी तो है, लेकिन मरीजों को दी जाने वाली सुविधाएं नहीं बढ़ी। अभी भी मरीजों को खून की जांच के लिए घंटों लाइन में लगकर पसीना बहाना पड़ता है। वहीं जांच रिपोर्ट के लिए पैथोलॉजी के चक्कर काटने पड़ते हैं। स्वास्थ्य महकमा मरीजों को बेहतर सुविधाएं देने का दावा करता है, लेकिन हकीकत में मरीजों को किसी भी काम के लिए स्वास्थ्य कर्मियों की जी हजूरी करनी पड़ती है। अस्पताल में संचालित हो रही पैथोलॉजी को कई मशीनें भी मिल गईं। जिसके मरीजों ने सुविधाओं की आस भी लगानी शुरू कर दी। हकीकत में अब भी मरीजों को जांच कराने के लिए कई घंटों लाइन में लग कर पसीना बहाना पड़ता है और उसके बाद कहीं जाकर उनका नंबर आता है। घंटो मशक्कत के बाद खून की जांच तो हो जाती है, लेकिन इसके बाद भी मरीजों की दिक्कत खत्म न होकर और बढ़ जाती है। मरीजों को जांच की रिपोर्ट लेने के लिए पैथोलॉजी के चक्कर काटने पड़ते हैं। कभी-कभी तो जांच रिपोर्ट ही पैथोलॉजी से गायब हो जाती है। जबकि पैथोलॉजी में स्वास्थ्य कर्मियों की फौज लगी हुई है, लेकिन फिर भी मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं पैथोलॉजी में कुछ ऐसे लोग भी लगे रहते हैं जो मरीजों से खर्चा-पानी लेकर उनकी जांच करा देते हैं और कुछ ही घंटों में उसकी रिपोर्ट भी उपलब्ध करा देते हैं। वही जिला अस्पताल के वार्डों में भर्ती मरीज की जांच के लिए पैथोलॉजी में तैनात कर्मियों को मरीजों का सैंपल पलंग पर ही लेने के आदेश हैं, लेकिन कर्मी वार्ड में सैंपल लेने नहीं जाते हैं। मरीजों के तीमारदार वार्ड में तैनात कर्मियों की खुशामद करके सैंपल निकलवाकर पैथोलॉजी में दे आते हैं। सीएमएस डा0 दीपक सेठ का कहना है कि क्षेत्र में बीमारियों का प्रकोप बढ़ने के कारण अस्पताल में मरीजों की संख्या बढी है, जिस कारण मरीजों को कुछ असुविधाएं हो रही हैं। इस पर ध्यान देते हुए मरीजों को अस्पताल में सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगीं।

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