राकेश केशरी
कौशाम्बी। जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में आवारा जानवरों के आतंक से कृषकों को भारी क्षति उठानी पड़ रही है। रातों में जागकर अपनी फसलों की रखवाली करने के बाद भी आलू, मटर, गेहूं, सरसों को नील गाय, बंदर, जगली जानवर बर्बाद कर रहे हैं। किसानों ने प्रशासन से फसलों की सुरक्षा के लिये ठोस कार्रवाई की मांग की है। क्षेत्र में जंगली जानवरों की धमाचैकड़ी से फसल नष्ट हो रही है। आलू एवं मटर की फसल जंगली जानवर बर्बाद कर रहे है तो गेहू, सरसों, सब्जी को नील गाय व बन्दर नेस्तनाबूद कर रहे है। रात के समय जंगलों से निकल कर जानवर झुण्ड में फसलों पर धावा बोल देते हैं और किसान उन्हे भगाने का साहस नहीं जुटा पाते हैं। पशुओं की झुण्ड फसलों को रौंदकर बर्बाद कर रही हैं। कुछ किसान खेतों में मचान बनाकर कड़ाके की ठंड में रात भर जाग रहे हैं, लेकिन पलक झपकते ही जानवरों का झुंड खेतों में पहुंच कर फसलों को बर्बाद कर दे रहा है। जो परेशानी का सबब बना हुआ है। कृषकों की पीड़ा इस कदर बढ़ गयी है कि वे आलू, मटर की खेती न करने का लोग मन बना रहे हैं। क्षेत्र के सैकड़ों किसानों ने प्रशासन से जंगली जानवरो, नील गायों, बन्दरों के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है।