देश

national

एनीमिया की रोकथाम के लिए बनी जीवन चक्र आधारित रणनीति

Sunday, January 8, 2023

/ by Today Warta



राजीव कुमार जैन रानू

विफ्स कार्यक्रम की ट्रेनिंग देने के लिए तैयार किए गए प्रशिक्षक

आईसीडीएस, स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग के समन्वय से चलता है विफ्स कार्यक्रम

ललितपुर। सीएमओ सभागार में साप्ताहिक आयरन / फॉलिक एसिड संपूरण (विफ्स) कार्यक्रम के तहत जनपदस्तरीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इसमें विफ्स कार्यक्रम की ट्रेनिंग देने के लिए प्रशिक्षक तैयार किए गए। जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.जे.एस.बक्शी ने बताया कि जनपद में एनीमिया की रोकथाम के लिए साप्ताहिक आयरन / फॉलिक एसिड संपूरण कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इसमें एनीमिया की रोकथाम के लिए जीवन चक्र आधारित रणनीति अपनाई गई है। इस रणनीति के अन्तर्गत 10-19 वर्ष के सभी किशोर-किशोरियों के लिए विफ्स कार्यक्रम तथा 5-10 वर्ष के सभी बच्चों के लिये विफ्स जूनियर कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। इन कार्यक्रमों का क्रियान्वयन स्वास्थ्य विभाग, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग (आईसीडीएस) एवं शिक्षा विभाग के समन्वय से किया जा रहा है। जूनियर विफ्स कार्यक्रम में बच्चों को गुलाबी गोली एवं विफ्स कार्यक्रम में किशोरियों को नीली गोली सप्ताह में एक बार खाना खाने के एक घंटे के बाद विद्यालय/आंगनबाड़ी केंद्रों में दी जाती है। आरबीएसके डीईआईसी मैनेजर डा.सुखदेव ने बताया कि किशोरावस्था 10-19 वर्ष की आयु का अन्तराल है जिसमें किशोरों में शारीरिक एवं मानसिक विकास और परिवर्तन तेजी से होते है। इन परिवर्तनों को समझ पाने में किशोर स्वयं को भ्रम की स्थिति में पाते है, जिससे उनका स्वास्थ्य एवं वृद्धि प्रभावित होती है। इस आयु में समुचित विकास के लिए पोषण एक महत्वपूर्ण कारक है, इसलिए पोषण पर ध्यान देने की विशेष आवश्यकता है। एनीमिया एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या उत्पन्न हो जाती है जो स्वास्थ्य के साथ-साथ शारीरिक व मानसिक क्षमता को भी विपरीत रूप से प्रभावित करती है। भारत की आधी से अधिक जनसंख्या एनीमिया से पीड़ित है। रक्त में आवश्यक स्तर से कम हीमोग्लोबिन की मात्रा होने की स्थिति को एनीमिया कहते हैं। जिन सरकारी अधिकारी, कर्मचारियों ने यह प्रशिक्षण प्राप्त किया है, अब वह ब्लॉक स्तर पर इसी तरह का प्रशिक्षण आयोजित करेंगे। इस प्रशिक्षण में नोडल टीचर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शामिल होंगे। प्रशिक्षण के दौरान स्वास्थ्य विभाग से मेडिकल आफिसर, शिक्षा विभाग से खंड शिक्षा अधिकारी, आईसीडीएस विभाग से सीडीपीओ को प्रशिक्षित किया गया।

Don't Miss
© all rights reserved
Managed by 'Todat Warta'