लखनऊ। मायावती का जन्मदिन 15 जनवरी को मनाया जा रहा है। बसपा कार्यालय में प्रेसवार्ता करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा,मेरे जन्मदिन को सादगी के साथ जनकल्याणकारी दिवस के रुप में मनाया जा रहा है। हमारी पार्टी बसपा हमेशा ही वंचित वर्ग के लिए संघर्ष करती आई है। लेकिन ये विरोधी पार्टियों को अच्छा नहीं लगता है। क्योंकि उनकी सोच पूंजीवादी और अवसरवादी है। इसलिए उन्होंने मिलकर बसपा को सत्ता में आने से रोका है। उन्होंने कहा कि बसपा विधानसभा या लोकसभा, किसी भी चुनाव में किसी पार्टी से गठबंधन नहीं करेगी। ऐसा मैं इसलिए कह रही हूं क्योंकि कांग्रेस पार्टी अभी से गलत प्रचार करने लगी है। इसके साथ, पिछले कुछ वर्षों में ईवीएम से होने वाले चुनाव को लेकर कई आशंका लोगों में है। हमारा ऐसा मानना है कि छोटे-बड़े चुनाव सीधे बैलेट से कराए जाने चाहिए।
'कांग्रेस, सपा ने आरक्षण पर जनता को छला'
कांग्रेस की केंद्र में लंबी सरकार होने के बावजूद मंडल कमीशन की सिफारिश को लागू नहीं होने दिया। अब भाजपा भी कांग्रेस की तरह आरक्षण के हक को मार रही है। इससे यूपी निकाय चुनाव भी प्रभावित हो चुके है। सपा ने भी अति पिछड़ों को अधिकार न देकर छला है।
'गलत नीतियों की वजह से जोशीमठ में लोगों को विस्थापित होना पड़ा'
मैं कहना चाहती हूं कि छोटे व्यापारी, दुकानदार और मध्यमवर्ग के लिए भाजपा काल में मुश्किल बढ़ गई है। निवेश लाने के लिए नाटकबाजी चल रही है। जमीनी हकीकत में सामान्य लोगों को कोई फायदा नहीं मिलने वाला है। इनकी गलत नीतियों की वजह से पहाड़ों पर लोगों को विस्थापित होना पड़ रहा है।अभी हल्द्वानी के लोग सुप्रीम कोर्ट के आदेश की वजह से बचे हुए है। वरना, वहां भी मकान तोड़ दिए जाते। कानून व्यवस्था ठीक करने की आड़ में जो घिनौनी राजनीति हो रही है, वो किसी से छिपी नहीं है।
'बाबा साहेब ने अधिकार दिलाए, सरकारें ऐसा नहीं चाहती'
मैंने जन्मदिन के मौके पर मैं याद दिलाना चाहती हूं कि वंचित वर्गों की आवाज उठाने वाले बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर ने वंचित और कमजोर वर्ग लोगों को पैरों पर खड़े होने के लिए कानूनी अधिकारी दिलाए हैं। अभी तक जातिवादी सोच वाली सरकारे चाहती है कि वंचित वर्ग के लोगों को कभी भी उनके अधिकार नहीं मिले है।