प्रयागराज। महाकुम्भ-2025 के पहले शहर के सात बड़े नालों का पानी साफ कर गंगा में गिराया जाएगा। शहर उत्तरी के सात बड़े नालों का प्रतिदिन नौ करोड़ लीटर पानी साफ करने के लिए राजापुर में एक और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जाएगा। नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा ने मेंहदौरी गांव के पास गंगा के कछार में ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की स्वीकृति दे दी है। जल निगम ने नए प्लांट के लिए 470 करोड़ रुपये का प्रस्ताव एनएमसीजी को भेजा था। एनएमसीजी ने प्रस्ताव की प्रयागराज के ही तकनीकी शिक्षण संस्थान से जांच कराई। प्रस्ताव में सब फिट मिलने के बाद एनएमसीजी के डायरेक्टर जनरल ने एसटीपी निर्माण के लिए प्रशासनिक और 470 करोड़ रुपये की वित्तीय स्वकृति दी। नए एसटीपी से जोड़े जाने वाले नालों का पानी का अभी बायोरेमेडियल विधि से साफ कर गंगा में बहाया जाता है। नालों का पानी बायोरेमेडियल विधि से साफ करने पर उच्च न्यायालय खुश नहीं है। जल निगम के परियोजना प्रबंधक संतोष कुमार ने बताया कि नए निर्मा के बाद राजापुर में प्रतिदिन 15 करोड़ लीटर पानी साफ किया जाएगा।