राकेश केशरी
एडीओ आइएसबी की जांच के दौरान हकीकत आई सामने
कौशाम्बी। प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ भले ही पात्र होने पर मिलता है, लेकिन इस योजना में भी सेंधमारी हो रही है। जालसाज आवेदन करने से लेकर उनको लाभ मिलने तक संपर्क में रहते हैं। इसके बाद उनसे वसूली कर ली जाती है। ऐसा ही एक मामला म्योहर गांव में आया। एडीओ आइएसबी की जांच के दौरान सामने आए इस प्रकरण का वीडियो इंटरनेट मीडिया में प्रसारित हो रहा है। वीडियो में म्योहर निवासी प्रधानमंत्री आवास योजना की लाभार्थी लक्ष्मी देवी के पति दिलीप कुमार एडीओ आइएसबी अनीता त्रिपाठी से आवास के नाम पर वसूली किए जाने का आरोप लगा रहे हैं। दरअसल, वह सोमवार को प्रधानमंत्री आवास की जांच के लिए गांव पहुंची थीं। दिलीप ने उनसे कहा कि गांव का एक व्यक्ति उनके पास कई माह से आ रहा था। प्रधानमंत्री आवास का लाभ दिलाने के नाम पर उनसे 10 हजार की मांग कर रहा था। आवास की धनराशि मिलने पर उनके पास से छह हजार रुपये ले गया। अभी चार हजार की मांग और हो रही है। वीडियो में यह भी दिखाई दे रहा है कि एडीओ आइएसबी उनसे अब रुपये न देने की बात कहती हैं, लेकिन वह किसी प्रकार की कार्रवाई का आश्वासन नहीं देती हैं। एडीओ आइएसबी अनीता त्रिपाठी का कहना है कि आवास की जांच के दौरान एक व्यक्ति ही नहीं कई लोगों ने इस प्रकार की शिकायत की है, कि उनसे रुपये लिया गया है। इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई है। जल्द ही इस मामले में जांच होगी।