तनु सिंह
बांदा कंफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स के प्रदेश उपाध्यक्ष मयंक गुप्ता सर्राफ नें बजट 2023 का स्वागत करते हुए केंद्र सरकार की तारीफ की है। सरकार द्वारा आयकर छूट की सीमा 7 लाख करनें एवं MSME उद्यमियों के लिए नये पैकेज के एलान से व्यापारियों में हर्ष का माहौल है भारत सरकार ने आज संसद मे बजट पेश किया। पूरा बजट सुनने के बाद ऐसा लगा कि सरकार जनता को देख कर नही बल्कि चुनाव को देख कर पेश किया गया है। टैक्स सीमा का बदला गया स्वरुप एक दिखावा है। यह सीमा कम से कम आठ लाख होनी चाहिए। जो उच्चतम न्यायालय मे शपथ पत्र सरकार ने दिया था। महंगाई कम करने का कोई प्रावधान नही है। किसान को सीधे मदद की कोई कोशिश नहीं की गई है। बेरोजगारी को दूर कैसे हो किसका कोई भी तरीका नही है। शिक्षा के बढ़ावा को कोई भी सीधा रास्ता नही दिखायी दिया । रेलवे मे नयी परियोजनाओं की कोई धोषणा नहीं की गई। मै तो केवल जनहित का नही बल्कि चुनाव हित का बजट कहूंगा। वर्तमान सरकार से अपील है कि चुनाव के अलावा भी ज़िन्दगी है इस विचार करें।
प्रद्युम्न कुमार लालू दुबे एड
अध्यक्ष
जिला कांग्रेस कमेटी बाँदा
: बजट 2023, में किसान, मजदूर, बेरोजगार, युवा के लिए कोई व्यवस्था नहीं है, किसान को कर्ज के मकड़जाल में फंसाकर जमीन हड़पने का पूरा इंतजाम है, वित्त मंत्री का बजट भाषण में प्रतिव्यक्ति आय दोगुना से ज्यादा हुई का बयान हास्यास्पद है,आम आदमी के ऊपर कर्ज दोगुना से ज्यादा हुआ है बजट चंद पूंजीपतियों के फायदे के लिए है, आम बजट आम आदमी के लिए न होकर खास बजट खास लोगों के लिए है।
बैजनाथ अवस्थी जोनल अध्यक्ष बुन्देलखण्ड कानपुर जोन उ०प्र०
भारतीय किसान यूनियन
इस बजट में आम जनता के लिए कोई लाभ नहीं है और पेट्रोल डीजल व गैस के दाम कम नहीं की गए और टैक्स में सालाना 7 लाख की जो छूट दी गई है जिसमें 3 से 6 लाख तक 5% टैक्स लगा दिया है इस बजट में व्यापारियों के लिए जी एस टी में कोई कमी नहीं किया गया है
वैश्य अमित गुप्ता मनीष
जिला उपाध्यक्ष भारतीय उद्योग व्यापार मंडल बांदा