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कौशाम्बी: अवैध बालू खनन से माफिया ने एकत्र किया 50 करोड़ से अधिक की संपत्ति

Saturday, February 11, 2023

/ by Today Warta



राकेश केशरी

कार्रवाई के नाम पर माफिया को नहीं छू सकी,जिला प्रशासन की तमामे जांचे

माफियाओं के काले साम्राज्य पर गरजता नहीं दिख रहा है सरकार का बुलडोजर

कौशाम्बी। जिले में अवैंध बालू खनन व उस पर कठोर कार्यवाही का ढिढोरा भले अधिकारी अक्सर पीटते हैं,लेकिन सच्चाई में बालू माफियाओं पर कार्यवाही होती नहीं दिख रही है,वरना बेशुमार दौलत के मालिक बालू माफिया न बन पाते। मंझनपुर तहसील क्षेत्र के पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र के यमुना नदी किनारे के एक गांव के एक बालू माफिया ने बीते 15 वर्षों के बीच बालू के अवैध खनन की काली कमाई से लगभग 50 करोड़ रुपए की अकूत बेनामी संपत्ति अर्जित की है। आलीशान बंगला, जमीन, प्लाट, फ्लैट, कृषि भूमि, कई लग्जरी कार, करोड़ों के बैंक बैलेंस का मालिक माफिया और उसके परिजन बन गए हैं। उसके बाद भी बालू माफिया के विरुद्ध अभी तक गैंगेस्टर एक्ट 14 ए की कार्रवाई कर उसके काले साम्राज्य को नेस्तनाबूद करने का प्रयास पुलिस प्रशासन ने नहीं किया है। जिला अधिकारी ने भी इस बालू माफिया को चिन्हित कर इसके काले साम्राज्य को नेस्तनाबूद करने की पहल शुरू नहीं किया है,जिससे सरकार के भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था का अंदाजा लगाया जा सकता है। यमुना नदी से बालू के अवैध काले कारोबार में दर्जनों माफिया लगे हैं,जिनका काला साम्राज्य बीते कई दशक से बेखौफ तरीके से प्रत्येक वर्ष यमुना नदी के घाट से जिले में संचालित होता है,कई बालू माफियाओं ने अकूत संपत्ति अर्जित की है। कौशाम्बी से लेकर प्रयागराज तक आलीशान बंगला, लग्जरी कार, करोड़ों के बैंक बैलेंस के मालिक बन गए हैं। बताया जाता है कि पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र के एक ग्राम पंचायत में प्रधानी की जिम्मेदारी देख चुके ग्राम प्रधान ने बालू के काले कारोबार में 15 वर्षों पूर्व कदम रखा था,मामूली हैसियत वाले इस व्यक्ति ने अपनी गुण्डई,दबंगई और अधिकारियों कर्मचारियों से सांठगांठ कर बेखौफ तरीके से यमुना नदी से बालू का खनन शुरू किया,देखते-देखते दिन दूना रात चैगुना बालू माफिया की हैसियत बढ़ी वर्तमान में भी इस बालू माफिया का अवैध खनन का कारोबार बिना रोक-टोक के चल रहा है। सरकार से यमुना घाट का पट्टा मिलने के बाद भी पत्थर गढ़ी नहीं होती है,एक पट्टा लेकर पूरे यमुना तराई क्षेत्र की बालू निकाल ली जाती है। वर्षों से बालू माफियाओं का यह खेल निरंतर चल रहा है। अवैध खनन की आड़ में बालू माफिया ने अकूत संपत्ति अर्जित की है,जेसीबी मशीनें लगाकर 8 महीने यमुना नदी की जलधारा से बालू का अवैध खनन कराया जाता है। बरसात के पूर्व बड़े-बड़े डम्प लगाए जाते हैं,लेकिन उसके बाद भी बालू माफिया को प्रशासन चिन्हित नहीं कर सका है। सूत्रों की मानें तो पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र के बेशुमार दौलत के मालिक बालू माफिया के खनन विभाग से लेकर पुलिस बिभाग तक गहरे रिश्ते हैं,जिसके चलते बालू माफिया के काले साम्राज्य पर सरकार की कार्यवाही होती नहीं दिख रही है। काले साम्राज्य से अर्जित किए गए अकूत संपत्ति पर गैंगेस्टर एक्ट 14 ए की भी कार्रवाई अभी तक माफिया पर नहीं हो सकी है। एक तरफ प्रदेश सरकार का कहना है कि काले साम्राज्य की संपत्ति पर बुलडोजर चलाया जाएगा,लेकिन प्रदेश सरकार का बुलडोजर कौशाम्बी के माफियाओं के काले साम्राज्य पर गरजता नहीं दिख रहा है,जिससे सरकार में भी कौशाम्बी के माफियाओं के वर्चस्व का अंदाजा लगाया जा सकता है।



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