राकेश केशरी
नेवादा ब्लाक के कंपोजिट विद्यालय पुरखास का मामला
सरायअकिल,कौशाम्बी। विकास खंड नेवादा के कंपोजिट विद्यालय पुरखास के 873 बच्चों की जिंदगी के साथ बिजली विभाग खिलवाड़ कर रहा है।जमीन से सिर्फ 12-13 फिट की ऊंचाई पर विद्यालय परिसर से होते हुए बिल्डिंग के ऊपर से 11 हजार का हाइटेंशन तार गुजरा है। तार पुराना होने के साथ ही जर्जर भी हो चुका है। विद्यालय परिसर से बाहर हाइटेंशन लाइन की शिफ्टिंग के लिए प्रधानाध्यापक अनिल शर्मा ने कई बार बिजली विभाग के आला अधिकारियों के यहां शिकायत किया है लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके कारण किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है। विकास खंड नेवादा के कंपोजिट विद्यालय पुरखास में कुल 873 बच्चों का पंजीकरण है। विद्यालय परिसर भी काफी बड़ा है। गांव में बिजली आपूर्ति के लिए विद्यालय परिसर के अंदर से ही जमीन से 12-13 फिट की ऊंचाई पर 11 हजार का हाइटेंशन तार बिल्डिंग के ऊपर से गुजरा है। परिसर के अंदर ही 25 केवीए का ट्रांसफार्मर भी लगाया गया है। तार पुराना होने के साथ ही कई जगह से जर्जर हो चुका है। शिक्षकों के मुताबिक जमीन से ऊंचाई कम होने व तार ढीला होने के कारण हवाओं के चलने पर अक्सर तारों के आपस में टकराने से चिंगारियां भी निकलती हैं। जिसके कारण हमेशा बच्चों के साथ किसी बड़े हादसे की आशंका बनी रहती है। प्रधानाध्यापक अनिल कुमार शर्मा के मुताबिक विद्यालय परिसर से बाहर हाइटेंशन लाइन की शिफ्टिंग के लिए उन्होंने कई बार बिजली विभाग के अधिकारियों के यहां शिकायत किया है लेकिन आज तक परिसर के अंदर से लाइन नहीं हटाई गई। जिसके कारण किसी दिन बड़ी अनहोनी हो सकती है।
क्या बोले जिम्मेदार
एबीएसए नेवादा नीरज कुमार ने बताया कि विद्युत लाइन को विद्यालय परिसर से बाहर शिफ्ट करने के लिए बिजली विभाग को पत्राचार किया गया है,अभी तक लाइन शिफ्टिंग के लिए उनका कोई स्टीमेट नहीं प्राप्त हुआ है, जैसे ही बिजली विभाग से खर्च का स्टीमेट मिल जायेगा, शुल्क जमा कर दिया जायेगा। फिलहाल जिस बिल्डिंग के ऊपर से हाइटेंशन तार गुजरा है उसमें बच्चों को बैठने नहीं दिया जाता है,और उस ओर बच्चों को जाने भी नहीं दिया जाता है। अवर अभियंता विद्युत उपकेंद्र पुरखास कपिलदेव तिवारी ने बताया कि गांव में बिजली आपूर्ति के लिए लाइन पहले से खींची गई थी, बिल्डिंग बाद में बनाई गई है। ऐसे में परिसर से बाहर लाइन शिफ्ट करने का खर्च विद्यालय को वहन करना पड़ेगा। लाइन शिफ्टिंग का स्टीमेट बनाकर शिक्षा विभाग को भेज दिया गया है, जैसे ही शिक्षा विभाग शुल्क जमा कर देगा। लाइन को विद्यालय परिसर से बाहर शिफ्ट कर दिया जायेगा।