राकेश केशरी
कौशाम्बी। मौसम में सुबह शाम बदलाव के चलते संक्रामक बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है। संक्रामक बीमारियों का शिकार ज्यादातर बच्चे हो रहे हैं। यही कारण है कि चिकित्सकों के यहां मरीजों की लंबी-लंबी लाइन लगी देखी जा सकती है। सिराथू तहसील क्षेत्र मे इस समय बढ़ती मौसमी बीमारियों में झोलाछाप चिकित्सकों की भी जमकर चांदी कट रही है। मौसम में बदलाव से उल्टी, दस्त, बुखार आदि की बीमारियां बढ़ जाती हैं। जिसका सीधा असर छोटे बच्चों पर पड़ता है और वह जल्दी ही इन बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। जरा सी लापरवाही में बच्चे बीमारियों से ग्रस्त हो रहे हैं। जिससे बचाव करना बहुत आवश्यक है। यही कारण है कि जिन परिवारों में छोटे बच्चे हैं,उन्हें विशेश सावधानी बरतने की जरूरत हैं। चिकित्सक डा0 अरूण पटेंल का कहना है कि उल्टी-दस्त को हल्के में न लें तत्काल चिकित्सक को दिखायें,वासी खाना व कटे हुए फलों को सेवन कतई न करें,बच्चों को शुद्ध खाना व पानी देना चाहिए, बच्चों का नियमित टीकाकरण करायें,बीमार होने पर झोलाछाप चिकित्सकों की शरण में कदापि न जायें।