कमल सिंह
मृतका के पति ने डाक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप
मुंबई से लौटते समय रास्ते में पत्नी की बिगड़ी थी हालत
बांदा। मुंबई से वापस लौटते समय गर्भवती युवती की हालत बिगड़ गई। उसे महिला अस्पताल लाया गया। वहां पर मौजूद आशा बहू ने उसे सर्वोदय नगर स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया। वहां पर उसका गर्भपात कराया गया। ब्लीडिंग अधिक होने के कारण उसे मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। वहां उसकी मौत हो गई। मृतका के पति ने डाक्टरों और नर्सों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पैलानी थाना क्षेत्र के खैरेई गांव निवासी पायल (35) पत्नी पेरा अपने पति के साथ मुंबई मंे रहती थी। उसके पेट में पांच माह का गर्भ था। वह मंगलवार को अपने पति के साथ गांव आ रही थी, तभी रास्ते में अचानक उसे ब्लीडिंग होने लगी। हालत खराब होने पर पति ने उसे महिला अस्पताल में दाखिल कराया। वहां पर मौजूद जसपुरा की एक आशा बहू ने उसे सर्वोदय नगर स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में दाखिल कराया। गर्भपात के दौरान महिला की हालत बिगड़ गई। आनन-फानन उसे मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। वहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतका के पति ने बताया कि वह मुंबई मंे रहकर मजदूरी करता है। उसकी पत्नी के पेट में पांच माह का गर्भ था। अचानक उसकी हालत खराब हो गई। वह झांसी पैसेंजर ट्रेन से दोपहर को बांदा आया। उसे महिला अस्पताल में दाखिल कराया। वहां पर मौजूद एक आशा बहू उसे सर्वोदय नगर स्थित एक प्राइवेट अस्पताल ले गई। वहां पर नर्सों ने उससे 10 हजार रुपए की मांग की। लेकिन उसके पास रुपया नहीं था। इस पर नर्सों ने उसे रुपया लेने के लिए गांव भेज दिया। मंगलवार की शाम वह अपने गांव पहुंचा और रुपया लेकर जब तक वापस आया, तब तक पायल की हालत ज्यादा गंभीर हो चुकी थी। आनन-फानन प्राइवेट अस्पताल के डाक्टरों ने पायल को रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। वहां पर इलाज होने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया। मृतका के पति का कहना है कि गर्भपात के दौरान डाक्टरों ने लापरवाही की है। अधिक रक्त निकल जाने से उसकी पत्नी की मौत हुई है। जबकि वह मौके पर मौजूद भी नहीं था। जबरन नर्सों ने रुपया लेने के लिए उसे घर भेज दिया था। उसने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद वह अगली कार्रवाई करेगा।