राकेश केशरी
सीएम के फरमान को चुनौती, खुलेआम चल रही अवैध गिलास फैक्ट्री
कौशाम्बी। प्रदेश में सिंगल यूज प्लास्टिक बैन के बाद भी मंझनपुर नगर कोतवाली इलाके में पुलिस लाइन के पीछे अफसरों के गठजोड़ से खुलेआम अवैध प्लास्टिक गिलास फैक्ट्री चल रही है। शाम ढलते ही मजदूरों को गिलास पैकिंग के लिए अंदर कर लिया जाता है। साथ ही सूरज की रोशनी फैलने से पहले मजदूरों को भोर में फैक्ट्री से बाहर कर दिया जाता है। अफसरों से फैक्ट्री मालिक की जुगलबंदी के चलते प्लास्टिक गिलास फैक्ट्री बेधड़क चल रही है। ऐसे में योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति पर भी सवाल उठ रहें है। दोआबा में योगी सरकार के जीरो टॉलरेंस नीति पर अफसर भारी पड़ रहें है। सूबे की योगी सरकार ने जुलाई 2022 से प्रदेश में सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह रोक लगा दिया है। प्लास्टिक गिलास, चमच, पालीथीन, दोना सहित कई प्लास्टिक की चीजों को प्रतिबंधित कर दिया है। आरोप है कि शासकीय फरमान के बाद भी मंझनपुर कोतवाली इलाके में पुलिस लाइन के पीछे अफसरों के गठजोड़ से अवैध प्लास्टिक गिलास फैक्ट्री चल रही है। इलाकाई लोगों का कहना है कि शाम ढलते ही गिलास पैकिंग के लिए मजदूरों को फैक्ट्री के अंदर कर लिया जाता है। साथ ही भोर में मजदूरों को फैक्ट्री से बाहर निकाल दिया जाता है। आरोप है कि अवैध रूप से चल रही गिलास फैक्ट्री की शिकायत अफसरों से लगातार हो रही है। इसके बावजूद भी अफसरों ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं किया है। इस बाबत मंझनपुर एसडीएम प्रखर उत्तम का कहना है कि जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।