राजीव कुमार जैन रानू
श्रीमद भागवत कथा के सप्तदिवसीय आयोजन का हुआ समापन
ललितपुर। कस्बा तालबेहट के माताटीला तिराहा स्थित माता मंदिर पर नौ दिवसीय संगीतमय श्रीमद भागवत महापुराण साप्ताहिक ज्ञानयज्ञ का आयोजन किया गया। मंच से श्रीधाम वृन्दावन के पं.मनोज मोहन शास्त्री के मुखारबिन्द से श्रीमद भागवत महापुराण की बड़ी ही मनमोहक कथा का बखान किया गया। श्रीमद भागवत महापुराण के अंतिम दिवस शुक्रवार को कथा व्यास ने श्रीकृष्ण एवं सुदामा मिलन का बड़ा ही मार्मिक वृतान्त सुनाया। कथा पाण्डाल में श्रीकृष्ण-सुदामा मिलन होते ही श्रोता भक्ति भाव में डूब गए। कस्बा के सिविल लाइन में चल रही संगीमय श्रीमद भागवत कथा के सप्तम दिवस भगवान श्रीकृष्ण एवं सुदामा मिलन की कथा का सुन्दर प्रस्तुतीकरण किया गया। इस मौके पर कथा का अमृतपान कर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। कथा वाचक व्यास मनोज मोहन शास्त्री ने कहा कि श्रीमद भागवत सुनने का लाभ भी कई जन्मों के पुण्य से प्राप्त होता है। श्रीमद् भागवत कथा मनुष्य को जीवन जीने और मरने की कला सिखाती है। भगवान हमेशा अपने भक्तों का ध्यान रखते हैं। उन्होंने कहा कि जब जब धरती पर पाप, अनाचार बढ़ता है, तब-तब भगवान किसी न किसी रूप में अवतार लेकर भक्तों के संकट को हरते हैं। उन्होंने कहा कि जब कंस के पापों का घड़ा भर गया तब भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म लेकर कंस का अंत किया और लोगों को पापी राजा से मुक्ति दिलाई। इस दौरान बरसाने की होली का आयोजन किया गया, जिसमें श्रोताओं ने गुलाल व फूलों से होली खेलकर आनंद लिया। कथा के दौरान कथा व्यास ने हरे राम हरे कृष्ण समेत अनेक भक्तिपूर्ण भजन प्रस्तुत किए। भजनों को सुन श्रोता मंत्रमुग्ध हो थिरकने को मजबूर हो गए। कथा के दौरान श्रीमद्भागवत कथा के मुख्य यजमान जगदीश प्रसाद सुडेले, भारती सुडेले, पुजारी माता मंदिर जगदीश प्रसाद दुबे, बृजबिहारी उपाध्याय, अनिल शर्मा पीएनबी, रिटायर्ड सीएमओ गोविन्द बुन्देला, कमलेश चौबे, रमेश पुरोहित, रामप्रताप गुप्ता, रुपनारायण पाठक, कोमल यादव, तपेश चौरसिया, दयानंद पुरोहित, सुरेश विश्वकर्मा, विनोद सुडेले, रघुराज यादव सहित सभी सिविल लाइन एवं नगरवासियों का सहयोग रहा।

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