राकेश केशरी
कौशाम्बी। बिजली विभाग अपनी मनमानी से कभी भी बाज नहीं आता है। अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाह इस विभाग की कार्यशैली पर हमेशा प्रश्र चिन्ह उठता है लेकिन बेखबर इस विभाग के कान में जूं तक रेंगती है। गांव के पास स्थित एक काश्तकार के खेत के ऊपर से लगभग छह फिट की दूरी पर विद्युत तार ढीला होकर लटक रहा है। इस जर्जर व ढीले तार से कभी भी हादसा हो सकता है। लोग इसकी चपेट में आ सकते हैं। उन्हें जानमाल की हानि हो सकती है। लेकिन विभागीय जिम्मेदार मूक दर्शक बने हैं। यह भी बताया गया कि गांव के अंदर भी तमाम तारें जर्जर होकर लटक रहे हैं। जरा सी हवा चलने पर तार टकराते हैं, टकराहट से चिन्गारी निकलती है। यह चिन्गारी कभी भी मुसीबत का सबब बन सकती है। ग्रामीणों का कहना है कि इस बात की जानकारी विभागीय लोगों को कई बार दी गई लेकिन आश्वासन के शिवा कुछ नहीं किया। बता दें कि क्षेत्र की विद्युत व्यवस्था पंगु है। बिजली के आने व जाने का कोई समय नहीं है। उपभोक्ता परेशान हैं। विभागीय अफसर व कर्मचारी जनहित से जुड़ी इस समस्या की अनदेखी कर रहे हैं। उनकी अनदेखी का खामियाजा बेचारा उपभोक्ता भुगत रहा है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि क्या विद्युत विभाग के अधिकारी उपभोक्ताओं के समस्याओं का निराकरण करेंगे या फिर वे अपने हाल में जिएंगे।