राकेश केशरी
कौशाम्बी। नगर निकाय चुनाव का मौसम है,ऐसे में राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों को हर महिला में देवी की प्रतिमा नजर आ रही है। रात के अंधेरे में पहुंच रहे प्रत्याशी,अपने से उम्र में छोटी हो या बड़ी सभी के पैर छूकर आशीर्वाद लेने में संकोच नहीं कर रहे। फिलहाल पैलगी का क्रम जारी है,बाकी आगे क्या होगा यह तो देवी के मूड पर ही निर्भर रहेगा। नगर निकाय चुनाव में आधी आबादी के वोटों पर सभी प्रत्याशियों की निगाहें लग गयी हैं। महिला वोटरों को रिझाने के लिए प्रत्याशियों ने महिला प्रचारकों के दलों को नगर के हर वार्डो में भेजने का क्रम तेज कर दिया है। जो कभी हाल लेने नहीं आती थीं,वह आज कल दिन के उजाले में ही नहीं रात्रि के अंधेरे में भी दरवाजा खटकाकर मिलने पहुंच रही हैं। चुनाव ही ऐसा समय है,जब नेता जी गलियों में भटकते नजर आते हैं। बाकी समय तो महिलाओं की इज्जत तार.तार हो या फिर कोई अन्य बवाल हो नेता तो मौनी बाबा बने होते हैं। घूंघट के भीतर घरों में कैद रहने वाली महिलाएं हों या नगर की पढ़ी लिखी युवा नारी,सभी को एक सुनहरा मौका मिला है कि वह अपनी ताकत का अहसास करा दें। जबकि इस बार महिला मतदाताओं की संख्या में जिले कि सभी नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतों में हुई है।