संजय धर द्विवेदी
जर्जर हाल में पड़ा भटपुरा गांव का स्वास्थ्य केंद्र
लालपुर। सरकार ने स्वास्थ्य विभाग की ओर से जच्चा बच्चा के इलाज के लिए न्याय पंचायत स्तर पर एक स्वास्थ्य उप केंद्र एएनएम सेंटर जच्चा बच्चा केंद्र बनवा रखा है ।और उसमें एएनएम की नियुक्ति की गई है। क्षेत्र में स्थित पीएचसी और सीएचसी में उन्हें देखभाल करनी होती है। लेकिन यह सिर्फ रजिस्टरों में संचालित हो रहे हैं जबकि इन उप केंद्रों पर जाने से हकीकत खुल जाती है ।इन उप केंद्रों में कोई एएनएम आज तक यहां पर नहीं आई और ना ही उस केंद्र पर रही यहां तक इस उपकेंद्र में न तो एक दरवाजा रह गया और न ही खिड़की उपकेंद्र के सामने लगे हैंड पंप को भी उखाड़ ले गए यह मामला स्वास्थ्य उपकेंद्र भटपुरा का सामने देखने को मिला है । सरकार द्वारा बनाए गये एएनएम सेंटर में लाखों रुपये की लागत लगी थी । उसमे एएनएम की नियुक्ति की गई है।लेकिन आज तक कोई एएनएम उक्त सेन्टर पर नहीं गई है । यही वजह है कि उपकेंद्र में कोई समान नहीं रह गया है ।क्षेत्र के मानपुर ,चिल्ला गौहानी ,बसहरा ,पंडुआ आदि कई सेंटर तो खंडहर में तब्दील हो गए हैं ।जिससे कोरोना काल में प्रसव पीड़िता और नौनिहालों को इलाज के लिए दूरदराज जाकर महंगा इलाज करवाने की मजबूरी बनी हुई हैं । और उनको वहां पर कोई सुविधा नहीं मिलती है ।किसी के न रहने पर वीरान देखकर उचक्के सारा सामान तोड़कर उठा ले गए ।
बच्चा केंद्र स्वास्थ्य उप केंद्र के नामों से प्रसव पीड़िता बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण इलाज दवा टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा लाखों रुपए खर्च करके भवन बनाया गया और उपकरण मुहैया कराया गया ।एएनएम की नियुक्ति की गई ।लेकिन यह सिर्फ कागजों तक में ही सिमट कर रह गया। उक्त केंद्र तो खुलते ही नहीं किसी में ताला लटक रहा तो किसी में दरवाजा खिड़की ही नहीं है । यह एक लावारिस हाल में पड़े हैं बगैर देखरेख उपकरण दरवाजे आदि सब चोरी हो गए हैं ।केंद्र खंडहर में भी तब्दील हो गए हैं क्षेत्र की महिलाएं बताती हैं कि इस कोरोना काल में जच्चा बच्चा को इलाज के लिए परेशान होना पड़ता है और खर्च भी ज्यादा करना पड़ता है क्षेत्र की आम जनमानस की मांग है कि सभी एएनएम सेंटर पर एएनएम की नियुक्ति हो जाए और वह वहां पर रहना शुरू कर दें तो जच्चा बच्चा को दूर नहीं भटकना पड़ेगा ।