राकेश केशरी
कौशाम्बी। नगर निकाय चुनाव 2023 में बाजी मारने के लिए सियासत के दबंग सभी दांव आजमा रहे हैं। क्षेत्र में पानी की तरह रुपये बह रहे हैं। आयोग ने भले ही अध्यक्ष व सदस्य पद के प्रत्यासियो के लिये खर्च सीमा तय कर दी हो,लेकिन तमाम सियासत के दबंग तू डाल.डाल तो मैं पात.पात की तर्ज पर प्रतिदिन लाखो से अधिक खर्च कर रहे हैं। यह सारा खेल गुपचुप तरीके से चल रहा है और आयोग की नजर वहां तक नहीं पहुंच पा रही है। जानकारों के अनुसार बड़े दलों के अलावा कुछ अन्य दबंग प्रत्याशियों ने वार्डवार लोगों की सूची बना ली है। कहां किस व्यक्ति को कितना रुपया देना है,इसका रजिस्टर पूरी तरह से तैयार है। प्रशासन चार व दो पहिया वाहनों की जांच तो कर रहा है,लेकिन वे साइकिल सवार से रुपयों का बैग भेज दे रहे हैं। एक दल ने तो अपने वर्ग के लोगों को पक्ष में वोट डालने के लिए रुपये तो दिये ही हैं,साथ ही उन लोगों को भी खुलकर मदद कर रहे है,जो दूसरे सम्प्रदाय के है और वह मतदान से विरत रहने की शर्त पर,बताते हैं कि इसके लिए प्रत्येक परिवार को एक हजार रुपये देने का लक्ष्य रखा गया है। यह खेल जनपद कि सभी नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतों में चल रहा है। सुरक्षित सीट होने के नाते मंझनपुर नगर पालिका में यह खेल कुछ सुस्त जरूर चल रहा है। वही नगर निकाय में अध्यक्ष पद के प्रत्याशी ग्रामीणों को रिश्तेदारी व मरीजों के चिकित्सालय जाने के लिए तत्काल गाड़ी व नगदी उपलब्ध करवा रहे हैं। खाने.पीने की भी भरपूर व्यवस्था हो रही है। रात में पीने के बाद सुबह देने वालों को गाली भी मिल रही है वह इसलिए क्योंकि जल्दी नशा उतरने पर पिलाने वाले पर नकली देने का आरोप लग रहा है। यह सब व्यवस्था चैराहों व सार्वजनिक स्थानों की बजाय सूची में शामिल व्यक्तियों के घरों पर पहुंचाकर की जा रही है। सूत्रों के अनुसार आयोग ने नगर निकाय में अध्यक्ष पद हर प्रत्याशी के लिए बैनर.पोस्टर लगी दो गाडियों को चलाने की अनुमति दी है,लेकिन कई की बिना पोस्टर.बैनर की दो.दो दर्जन से अधिक गाडियां चल रही हैं। यदि पकड़ में आए तो बताते हैं कि रिश्तेदारी में जा रहा हूं। एक बागी प्रत्याशी ने एक ही रंग की कई लक्जरी गाड़ी मंगा रखी है और सभी क्षेत्र में घूम रही हैं। इसके अलावा मतदाताओं में अपने चुनाव चिह्न की लोकप्रियता के लिए भी हथकण्डे अपनाए जा रहे हैं। कम लोकप्रिय चुनाव चिह्न वाले दबंग प्रत्याशी प्रतिष्ठित संस्थानों व व्यक्तियों को चुनाव चिह्न की वस्तु ही बतौर उपहार भेंट कर दे रहे हैं। यह सारा वितरण मतदाताओं पर पकड़ रखने वाले क्षेत्र के रसूखदार व्यक्तियों से करवाए जा रहे हैं। हालांकि आयोग ने सख्ती कर रखी है बावजूद इसके यह सब दिख तो उतना नहीं रहा है,लेकिन सब कुछ हो रहा है। सूत्र बताते हैं कि रुपयों की खूब बरसात हो रही है और लोग भीग भी खूब रहे हैं।